अबू धाबी टी-10 लीग में एक दिलचस्प और चर्चा योग्य क्षण देखने को मिला, जब भारत के पूर्व ऑफ-स्पिनर हरभजन सिंह ने पाकिस्तान के युवा तेज़ गेंदबाज़ शाहनवाज़ दहानी से मैच के बाद हाथ मिला लिया। ये घटना बुधवार, 19 नवंबर को ज़ायद क्रिकेट स्टेडियम में एस्पिन स्टैलियंस और नॉर्दर्न वॉरियर्स के बीच हुए मुकाबले के बाद हुई। स्टैलियंस के कप्तान के रूप में खेल रहे हरभजन का ये कदम इसलिए बड़ा माना जा रहा है क्योंकि हालिया महीनों में भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के बीच हाथ मिलाने के मामलों में काफी झिझक और विवाद रहा है।
पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों के रिश्तों में बढ़े तनाव का असर खेल के मैदान पर भी दिखाई दिया था। कई मौकों पर भारतीय पुरुष और महिला टीमों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने की परंपरा को टाल दिया था। एशिया कप में सूर्यकुमार यादव की टीम इंडिया द्वारा सलमान आगा की टीम से हाथ न मिलाना हो, या फिर कोलंबो और दोहा में महिला क्रिकेट के दौरान कप्तानों का हाथ मिलाने से इनकार, इन घटनाओं ने बड़ी सुर्खियां बटोरी थीं।
2025 की शुरुआत में भी हरभजन चर्चा में रहे थे, जब शिखर धवन, यूसुफ और इरफान पठान तथा सुरेश रैना के साथ उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इंकार कर दिया। उन्होंने उस समय कहा था कि मौजूदा परिस्थितियों में “खून और पसीना एक साथ बहाना” देश की भावना के अनुकूल नहीं है। उनके बहिष्कार के बाद इंडिया चैंपियंस सेमीफाइनल मुकाबला हारकर बाहर हो गई और पाकिस्तान फाइनल में पहुंच गया।