हरभजन सिंह ने कश्मीर वाले बयान पर शाहिद अफरीदी को जमकर लगाई फटकार,बोले अब कोई दोस्ती नहीं
नई दिल्ली, 18 मई| भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने रविवार को कहा कि अब से उनका पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी के साथ कोई रिश्ता नहीं है। अफरीदी ने हाल में कश्मीर पर बयान दिया था। हरभजन ने स्पोटर्स
नई दिल्ली, 18 मई| भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने रविवार को कहा कि अब से उनका पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी के साथ कोई रिश्ता नहीं है। अफरीदी ने हाल में कश्मीर पर बयान दिया था। हरभजन ने स्पोटर्स तक से कहा, " शाहिद अफरीदी ने हमारे देश और हमारे प्रधानमंत्री के बारे में बात करते हुए बहुत परेशान किया है। ये स्वीकार्य नहीं है।"
हरभजन और युवराज ने हाल में कोरोनावायरस से लड़ने के लिए शाहिद अफरीदी फाउंडेशन में दान देने की लोगों से अपील की थी।
Trending
स्टार आफ स्पिनर ने कहा, " ईमानदारी से कहूं तो उन्होंने (अफरीदी) हमें अपनी मदद के लिए कहा। ऐसे में, हमने इसे मानवता के लिए और कोरोनावायरस के कारण पीड़ित लोगों के लिए मदद किया था। लेकिन अंत में अफरीदी ने हमारे साथ ये किया।"
हरभजन ने आगे कहा, " ये एक बिमार आदमी है जो हमारे देश के बारे में ऐसा सोचता है। मुझे बस इतना कहना है कि शाहिद अफरीदी से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। अफरीदी को अपने देश पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए और अपनी सीमा में रहना चाहिए। मुझे केवल इतना ही कहना है कि हमारे देश के खिलाफ उसने जो भी बोला वो बर्दाश्त के बाहर है और मैं आज से उसके साथ सभी रिश्ते तोड़ता हूं।"
उन्होंने कहा, " मैं इस देश में पैदा हुआ हूं और इसी देश में मरूंगा। मैं 20 साल से भी अधिक समय तक इस देश के लिए खेला हूं और इसके लिए मैच जीते हैं। किसी को भी मेरे देश के खिलाफ कुछ कहने का हक नहीं है।"
अफरीदी ने पहले कहा था, "कश्मीर के लोगों की पीड़ा को समझने के लिए आपको धार्मिक आस्था की जरूरत नहीं है बल्कि सही जगह दिल की जरूरत है।"
हरभजन से पहले पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भी अफरीदी को कड़ी फटकार लगाई है।
गंभीर ने रविवार को ट्विटर पर कहा, " पाकिस्तान के पास सात लाख की फोर्स है जिसका समर्थन 20 करोड़ लोग करते हैं, यह कहना है 16 साल के अफरीदी का। फिर भी कश्मीर के लिए 70 सालों से भीख मांग रहे हैं। अफरीदी, इमरान और बाजवा जैसे जोकर्स भारत और प्रधानमंत्री के खिलाफ जहर उगलते रहते हैं, लेकिन पाकिस्तान के लोगों के लिए कयामत के दिन तक कश्मीर नहीं ले सकते। बांग्लादेश याद है।"