दलीप ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में पहली बार BCCI का नया 'सीरियस इंजरी रिप्लेसमेंट रूल' इस्तेमाल किया गया। इस नियम के तहत महाराष्ट्र के बल्लेबाज सौरभ नवाले को वेस्ट ज़ोन की ओर से मैदान पर उतारा गया। यह फैसला भारतीय क्रिकेट में चोटिल खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया गया है।
दलीप ट्रॉफी 2025 में इतिहास रचते हुए BCCI के नए 'सीरियस इंजरी रिप्लेसमेंट रूल' का इस्तेमाल पहली बार किया गया। वेस्ट ज़ोन और सेंट्रल ज़ोन के बीच खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में वेस्ट ज़ोन के ओपनर और विकेटकीपर हार्विक देसाई दूसरी पारी में क्वाड्रिसेप्स इंजरी के कारण मैदान पर नहीं उतर सके। इसके बाद अंपायरों और मैच रेफरी की अनुमति से महाराष्ट्र के बल्लेबाज सौरभ नवाले को रिप्लेसमेंट खिलाड़ी के तौर पर टीम में शामिल किया गया।
यह नियम हाल ही में BCCI ने 2025-26 घरेलू सीजन के लिए लागू किया है। इसके तहत अगर कोई खिलाड़ी मैच के दौरान मैदान पर गंभीर चोट (जैसे फ्रैक्चर, डीप कट या डिसलोकेशन) का शिकार होता है और खेल जारी रखने में असमर्थ रहता है, तो टीम को उसका रिप्लेसमेंट खिलाड़ी उतारने की अनुमति होगी। हालांकि, यह नियम सिर्फ मल्टी-डे मैचों पर लागू रहेगा, सफेद गेंद क्रिकेट में अभी इसकी इजाजत नहीं है।