गेंदबाजों की बदौलत वांडर्स में अजेय रहा भारत
जोहान्सबर्ग, 27 जनवरी (Cricketnmore) । मौजूदा भारतीय क्रिकेट टीम का तेज गेंदबाजी आक्रमण पिछली भारतीय टीमों से कहीं बेहतर है। इस बात को एक बार फिर कोहली की सेना ने साबित किया। अपने तेज गेंदबाजों के दम पर ही भारत ने
खतरा अब्राहम डिविलियर्स (6) के रूप में सामने था जिसे बुमराह ने अंजिक्य रहाणे की मदद से पवेलियन में बैठा दिया था। एल्गर एक छोर पर खड़े थे और उनकी टीम दबाव में थी। ऐसे में कप्तान फाफ डु प्लेसिस मैदान पर आए लेकिन दो रन ही बना सके और ईशांत ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं।
यहां से मेजबान टीम का हार तय हो गई। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने गेंद शमी को थमाई। शमी ने मेजबान टीम के निचले क्रम के चार विकेट लेकर भारत की जीत तय कर दी। शमी ने अंत में फिलेंडर को आउट किया और अंदिले फेहुलकवायो, मोर्ने मोर्केल को खाता भी नहीं खोलने दिया। उन्होंने लुंगी नगिड़ी को आउट कर भारत को जीत पक्की की। इस बीच भुवनेश्वर ने कागिसो रबादा को पुजारा के हाथों कैच करा अपना खाता खोला।
Trending
भुवनेश्वर ने पहली पारी में तीन विकेट लिए थे और दो पारियों में बहुमूल्य 30 और 33 रन बनाए थे। उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। दक्षिण अफ्रीका के फिलेंडर को मैन ऑफ द सीरीज का खिताब मिला।
चौथे दिन का खेल गीले मैदान के कारण आधे घंटे की देरी से शुरू हुआ। तीसरे दिन का अंत होने से कुछ देर पहले बारिश आ गई थी जिसके कारण मैदान गीला था। इसी कारण विकेट के व्यवहार में भी थोड़ा बदलाव देखने को मिला और तीसरे दिन विकेट पर जिस तरह का असमान उछाल था, वो चौथे दिन के खेल में ज्यादा देखने को नहीं मिला। हालांकि विकेट में उछाल और स्विंग भरपूर था।
एल्गर और अमला की जोड़ी ने सूझबूझ से बल्लेबाजी की और अपनी टीम को पहले सत्र में कोई झटका नहीं लगने दिया, लेकिन इस जोड़ी के बाद मेजबान टीम बिखर गई और एल्गर एक छोर पर खड़े होकर टीम की हार देकने के सिवाए कुछ नहीं कर सके।
भारत ने अपनी पहली पारी में 187 रन बनाए थे। वहीं दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 194 रन बनाते हुए सात रनों की बढ़त ले ली थी। भारत ने अपनी दूसरी पारी में 247 रन बनाते हुए मेजबान टीम के सामने चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था।
IANS