नई दिल्ली, 25 नवंबर | विश्व क्रिकेट में सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजी आक्रमण के बारे में सोचने पर एंडी रोबटर्स, माइकल होल्डिंग, जोएल गार्नर, कोलिन क्रॉफ्ट और मैल्कम मार्शल का नाम जेहन में आता है। ऐसे में जबकि कैरेबियाई क्रिकेट अवसान पर है, तो लगता है कि भारतीय पेसरों ने उसके तेज गेंदबाजों के सारे गुणों को आत्मसात कर लिया है और यही कारण है कि आज वे दुनिया भर में 'अव्वल' बनकर उभर चुके हैं।
एक समय था, जब भारत के पास कपिल देव थे, लेकिन वह अकेले थे। इसके बाद जवागल श्रीनाथ, वेंकटेश प्रसाद, जहीर खान और आशीष नेहरा और इरफान पठान आए लेकिन ये या तो अकेले खेले या फिर दुक्के ही खेल सके। आज आलम यह है कि भारत के पास पांच या यूं कहें कि छह ऐसे तेज गेंदबाज हैं, जो किसी भी हालात में किसी भी टीम के बल्लेबाजी क्रम के परखच्चे उड़ा सकते हैं।
जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, इशांत शर्मा, भुवनेश्वर कुमार और हार्दिक पांड्या के रूप में भारत के पास विश्वस्तरीय तेज गेंदबाज हैं और सबसे अहम बात यह है कि ये सभी टीम को एक साथ सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे भारतीय क्रिकेट के इतिहास में इससे पहले कभी नहीं हुआ था।