Advertisement

मुश्ताक अहमद ने माना, एशेज टेस्ट सीरीज से बड़ी है भारत - पाकिस्तान टेस्ट सीरीज !

17 नवंबर। पूर्व पाकिस्तानी लेग स्पिनर मुश्ताक अहमद का मानना है कि भारत-पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों में सुधार करने के लिए दोनों देशों के बीच फिर से क्रिकेट बहाल होनी चाहिए। भारत-पाकिस्तान ने 2013 के बाद से कोई भी...

Advertisement
मुश्ताक अहमद ने माना, एशेज टेस्ट सीरीज से बड़ी है भारत - पाकिस्तान टेस्ट सीरीज ! Images
मुश्ताक अहमद ने माना, एशेज टेस्ट सीरीज से बड़ी है भारत - पाकिस्तान टेस्ट सीरीज ! Images (twitter)
Vishal Bhagat
By Vishal Bhagat
Nov 17, 2019 • 07:14 PM

17 नवंबर। पूर्व पाकिस्तानी लेग स्पिनर मुश्ताक अहमद का मानना है कि भारत-पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों में सुधार करने के लिए दोनों देशों के बीच फिर से क्रिकेट बहाल होनी चाहिए।

Vishal Bhagat
By Vishal Bhagat
November 17, 2019 • 07:14 PM

भारत-पाकिस्तान ने 2013 के बाद से कोई भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है। हालांकि दोनों टीमें आईसीसी टूर्नामेंटों में एक-दूसरे के खिलाफ खेलती आ रही है।

Trending

मुश्ताक ने यहां एक लीग से इतर आईएएनएस से कहा, "मेरा मानना है कि भारत-पाकिस्तान के बीच फिर से क्रिकेट संबंध शुरू होनी चाहिए। मुझे लगता है कि क्रिकेट के जरिए दोनों देश अपने संबंधों को सुधार सकती है। क्रिकेट फैन्स के चेहरे पर प्यार, आनंद और खुशी लाती है।"

उन्होंने कहा, "इसलिए, यह जरूरी है कि दोनों देश एक-दूसरे के खिलाफ क्रिकेट खेले क्योंकि फैन्स उन्हें फिर से खेलते देखना चाहते हैं। जब भी भारत-पाकिस्तान के बीच मुकाबला होता है तो फिर काफी प्रतिस्पर्धात्मक हो जाता है। मुझे लगता है कि एशेज से भी बड़ी है भारत-पाकिस्तान की सीरीज।"

हाल में भारत-पाकिस्तान के बीच शुरू किए गए करतारपुर कॉरिडोर को, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों की सुधार में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।

49 वर्षीय पूर्व लेग स्पिनर ने कहा, "जब हम क्रिकेट खेलेंगे तो चीजें आसान हो जाएंगी। यह नेताओं को बातचीत करने और चीजों को सही रास्ते पर लाने का मौका देगा। इसलिए मेरा मानना है कि दोनों सरकारों के बीच बातचीत होनी जरूरी है।"

उन्होंने कहा, "दोनों देशों को बैठकर मौजूदा हालातों और अपनी समस्याओं पर चर्चा करनी चाहिए। करतारपुर कॉरिडोर का खुलना दोनों देशों के बीच एक अच्छी शुरूआत है। जब बातचीत होगी तो तभी चीजें हल हो सकती है और खेल, खासकर क्रिकेट इसमें बड़ी भूमिका निभा सकता है।"

Advertisement

Advertisement