ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टी-20 मुकाबले में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 5 विकेट के नुकसान पर 186 रन बना दिए और अब टीम इंडिया को क्लीन स्वीप करने के लिए 187 रनों के पहाड़ को पार करना है। इस मैच में भारतीय टीम ने अपनी ग्राउंड फील्डिंग से बहुत निराश किया और शायद यही कारण रहा कि ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सलामी बल्लेबाज मैथ्यू वेड ने 53 गेंदों पर 80 रन बनाए, वहीं ग्लेन मैक्सवेल ने 36 गेंदों पर ताबड़तोड़ 54 रनों की पारी खेली।
इस मैच में भारतीय लैग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने एक ऐसी गलती की, जिसका खामियाजा टीम इंडिया को मैच गंवाके भी भुगतना पड़ सकता है। दरअसल, भारतीय गेंदबाजी के दौरान चहल 13वां ओवर कर रहे थे और इसी ओवर की आखिरी गेंद पर ग्लैन मैक्स्वैल स्ट्राइक पर थे और उन्होंने चहल की आखिरी गेंद पर छक्का लगाने की कोशिश की, पर गेंद उनके बल्ले के किनारे पर लगी और काफी देर हवा में रहने के बाद के एल राहुल के दस्तानों में चली गई।
भारतीय खिलाड़ी मैक्सवैल के आउट होने का जश्न मना रहे थे और मैक्सवैल भी मैदान से बाहर जा रहे थे। मगर अंपायर ने नो-बॉल का इशारा देकर भारतीय खिलाड़ियों की खुशियों को ग़म में बदल दिया। चहल की इस नो-बॉल ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाने में अहम रोल निभाया क्योंकि जीवनदान मिलने के बाद मैक्सवैल ने चहल समेत सभी भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और मात्र 36 गेंदों में 54 रनों की आतिशी पारी खेल डाली।