दुनिया के नंबर 1 टेस्ट गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिए भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली थी। कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स और दिग्गजों ने फाइनल में भारत की हार का इसे प्रमुख कारण बताया था। हालांकि, हर कोई इस पर अश्विन का रिएक्शन जानना चाहता था जो कि अब सामने आया है।
अश्विन ने टीम प्रबंधन के इस बड़े फैसले पर खुलकर बात की और ये स्वीकार किया कि वो फाइनल खेलना चाहते थे। इसके साथ ही अश्विन ने ये भी कहा कि वो अपनी काबिलियत जानते हैं। इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक साक्षात्कार में, अश्विन ने कहा कि वो निश्चित रूप से फाइनल में खेलना चाहते थे क्योंकि उन्होंने टीम को उस मुकाम तक पहुंचाने में भूमिका निभाई है।
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान अश्विन ने कहा, "इसका उत्तर देना एक कठिन प्रश्न है, ठीक है? क्योंकि हम डब्ल्यूटीसी फाइनल के ठीक बाद खड़े हैं। मुझे खेलना अच्छा लगता क्योंकि मैंने टीम को वहां तक पहुंचने में भूमिका निभाई है। यहां तक कि पिछले फाइनल में भी मैंने चार विकेट लिए थे और वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की। 2018-19 के बाद से, विदेश में मेरी गेंदबाजी शानदार रही है और मैं टीम के लिए मैच जीतने में कामयाब रहा हूं। मैं इसे एक कप्तान या कोच के रूप में देख रहा हूं और मैं सिर्फ उनके बचाव में बात कर रहा हूं।"