
टी-20 वर्ल्ड कप 2024 के पहले सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका के खिलाफ हार के बाद अफ़गानिस्तान के कोच जोनाथन ट्रॉट ने त्रिनिदाद में इस्तेमाल की गई पिच की भरपूर आलोचना की है। ट्रॉट ने दावा किया कि ये पिच सेमीफ़ाइनल की मेज़बानी करने के लिए उपयुक्त नहीं थी। इस सेमीफाइनल मुकाबले में अफ़गानिस्तान की टीम सिर्फ़ 56 रन पर ढेर हो गई और इसके बाद अफ्रीकी टीम ने 8.5 ओवर में 60 रन बनाकर मैच जीत लिया।
त्रिनिदाद की पिच पर अफ़्रीकी गेंदबाज़ों ने शुरुआत से ही मदद हासिल की, लेकिन त्रिनिदाद की पिच ने निश्चित रूप से उन्हें कुछ असमान उछाल और सीम मूवमेंट से मदद की। दूसरी पारी में भी यही स्थिति रही और प्रोटियाज़ बल्लेबाज़ों को भी इसी तरह की समस्याओं से जूझना पड़ा, लेकिन अंततः लक्ष्य कम होने के चलते उन्होंने 9 विकेट से आसान जीत हासिल कर ली।
इस मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए ट्रॉट ने कहा कि वो ऐसा नहीं कहना चाहते थे कि ये 'खट्टे अंगूर' का मामला था, लेकिन उन्हें लगा कि ट्रैक अच्छा नहीं था। ट्रॉट ने कहा, "मैं खुद को परेशानी में नहीं डालना चाहता। लेकिन मैं 'खट्टे अंगूर' की तरह भी नहीं दिखना चाहता, लेकिन ये वो पिच नहीं है जिस पर आप वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल खेलना चाहते हैं। ये साफ और सरल है। ये एक निष्पक्ष मुकाबला होना चाहिए था। मैं ये नहीं कह रहा हूं कि ये पूरी तरह से सपाट होना चाहिए, जिसमें कोई स्पिन और सीम मूवमेंट न हो, आपको बल्लेबाजों को आगे बढ़ने और गेंद को अपने सिर के ऊपर से जाने की चिंता नहीं करनी चाहिए। आपको लाइन से बाहर निकलने या अपने कौशल का उपयोग करने में आत्मविश्वास होना चाहिए और टी-20 में केवल आक्रमण करना, रन बनाना और विकेट लेना शामिल है।"