ग्रेटर नोएडा, 11 मार्च (CRICKETNMORE)| एक कप्तान के तौर पर विराट कोहली की आक्रामकता से सब परिचित हैं और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ के साथ डीआरएस सम्बंधी हालिया विवादों के कारण कोहली की आक्रामकता जोरों से चर्चा में है। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव को हालांकि कोहली की आक्रामकता में कुछ गलत नहीं नजर आता। वह कहते हैं कि यह वक्त की मांग है और भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा भी है।
जेपी ग्रीन्स गोल्फ कोर्स में आयोजित एडमिरल्स कप गोल्फ टूर्नामेंट के 15वें संस्करण में हिस्सा ले रहे भारत को 1983 विश्व कप दिलाने वाले कपिल ने शनिवार को आईएएनएस से बातचीत में कहा, "डीआरएस को लेकर जो चल रहा है, उससे दुखी क्या होना है। हमें वक्त के साथ बदलना होगा। देखिए हर कोई सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ नहीं हो सकता। हर किसी का अपना स्वाभाव है। अगर धौनी (महेंद्र सिंह ) कप्तान के तौर पर शांत थे तो विराट आक्रामक हैं। सौरव (गांगुली) आक्रामक थे तो धौनी शांत थे। ऐसे में अगर कोहली आक्रामक हैं तो उनकी तुलना या आलोचना मत करिए।"
ऑस्ट्रेलिया के साथ जारी चार मैचों की टेस्ट सीरीज 1-1 की बराबरी पर है और 16 मार्च से रांची में तीसरा टेस्ट मैच खेला जाना है। इस मैच से पहले डीआरएस को लेकर काफी हो हंगामा हो चुका है और स्मिथ ने भी काफी आक्रामकता दिखाई है। कपिल मानते हैं कि कप्तानों का आक्रामक होना जरूरी है लेकिन यह तभी तक अच्छा है जब तक वे अपनी सीमाओं में रहते हैं।