'मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा, बेचारा वो क्या करेगा': रुतुराज गायकवाड़ को ना चुने जाने पर भड़के श्रीकांत
रुतुराज गायकवाड़ को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए ना चुने जाने से भारतीय फैंस और क्रिकेट पंडित काफी खफा हैं। अब तो पूर्व क्रिकेटर कृष्णमचारी श्रीकांत ने भी सरेआम बीसीसीआई को फटकार लगाई है।
जब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने ऑस्ट्रेलिया में होने वाली बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम का ऐलान किया तो ज्यादातर क्रिकेट फैंस को उम्मीद थी कि स्टाइलिश बल्लेबाज़ रुतुराज गायकवाड़ को टीम में शामिल किया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिससे फैंस में भारी निराशा देखने को मिली।
इसी कड़ी में पूर्व सलामी बल्लेबाज और चयनकर्ता कृष्णमाचारी श्रीकांत ने हाल ही में राष्ट्रीय चयन समिति के उस फैसले पर कड़ी असहमति जताई है जिसमें रुतुराज गायकवाड़ को आगामी दोनों अंतरराष्ट्रीय दौरों, साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज और ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से बाहर रखा गया है। गायकवाड़ इस समय सूर्यकुमार यादव और यशस्वी जायसवाल के बाद टी-20 रैंकिंग में तीसरे सबसे उच्च भारतीय बल्लेबाज हैं।
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ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने वाली भारत ए टीम का कप्तान नियुक्त किए जाने और घरेलू क्रिकेट में शानदार फॉर्म में होने के बावजूद, गायकवाड़ को दोनों सीनियर टीमों के लिए नजरअंदाज किया गया है। श्रीकांत ने अपने यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए कहा, "देखिए, रुतुराज के लिए, मुझे बिल्कुल भी समझ नहीं आ रहा है। बेचारा! वो क्या करेगा? अगर वो शतक बनाता है, तो वो उसे टी-20 टीम में वापस ले सकते हैं, है ना? उसने दो प्रथम श्रेणी शतक बनाए लेकिन फिर भी उसे मौका नहीं मिला। उसके पास अपने समर्थन के लिए स्कोर हैं। अब उस लड़के को कहां जाना चाहिए?”
पहले कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि गायकवाड़ ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के लिए बैकअप ओपनर के तौर पर दावेदारी कर रहे थे, खास तौर पर कप्तान रोहित शर्मा के निजी प्रतिबद्धताओं के कारण कुछ शुरुआती मैच मिस करने की संभावना के चलते गायकवाड़ को मौका मिलने की उम्मीद थी। हालांकि, आखिरकार ये स्थान अभिमन्यु ईश्वरन को मिला।
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आगे बोलते हुए श्रीकांत ने कहा, “अभिमन्यु ईश्वरन का प्रदर्शन शानदार रहा है। मैं इस पर सवाल नहीं उठा रहा। लेकिन आप रुतुराज के साथ क्या कर रहे हैं? वो उसके साथ क्यों नहीं घूम रहे हैं? योजना क्या है? उन्हें उसके साथ जो करना है करने दें। बस उस बच्चे की मानसिकता को देखें और मुझे बताएं कि उसे आप लोगों के खिलाफ इस मैच में क्या करना चाहिए।”