गौतम गंभीर के पूर्व साथी और पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से पारदर्शिता सुनिश्चित करने और देश भर के क्रिकेट प्रेमियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सेलेक्शन मीटिंग को लाइव टेलीकास्ट करने की वकालत की है। उन्होंने यशस्वी जायसवाल और श्रेयस अय्यर को बाहर किए जाने पर अपनी नाराजगी जताई है।
तिवारी का मानना है कि श्रेयस अय्यर और यशस्वी जायसवाल एशिया कप टीम में जगह पाने के हकदार थे। एकतरफ शुभमन गिल को टी-20 में वापस लाने के लिए उन्हें उप कप्तान बना दिया गया तो वहीं, अय्यर को टीम में भी नहीं चुना गया। इस फैसले से बहस छिड़ गई और गिल को शामिल करने पर सवाल उठाए गए। पूर्व राष्ट्रीय मुख्य चयनकर्ता क्रिस श्रीकांत सहित कई लोगों ने यशस्वी और श्रेयस को नज़रअंदाज़ करने के लिए सेलेक्शन पैनल की जमकर आलोचना की।
तिवारी ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, "जो लोग अवसरों के हकदार हैं, उन्हें अवसर नहीं मिल रहे हैं। इसलिए मैं लंबे समय से कह रहा हूं कि सेलेक्शन मीटिंग का सीधा प्रसारण होना चाहिए ताकि खेल प्रेमी समझ सकें कि किसी खिलाड़ी को क्यों चुना गया है और दूसरे को क्यों नहीं। सिर्फ़ प्रेस कॉन्फ्रेंस में आकर किसी खिलाड़ी को बाहर करने के बारे में एक-दो बातें कहना और फिर कुछ अलग करना सही नहीं है।"