'मैथ्यू हेडन ने मेरे से 2-3 साल तक बातचीत नहीं की', रोबिन उथप्पा ने 2007 सीरीज को लेकर किया सनसनीखेज खुलासा
क्रिकेट के मैदान पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के मैचों में एक से बढ़कर एक रिकॉर्ड देखने को मिलते है। लेकिन इसके अलावा मैदान पर दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों के बीच एक अलग सा तनाव देखने को मिलता है और
क्रिकेट के मैदान पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के मैचों में एक से बढ़कर एक रिकॉर्ड देखने को मिलते है। लेकिन इसके अलावा मैदान पर दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों के बीच एक अलग सा तनाव देखने को मिलता है और खिलाड़ी एक-दूसरे पर छिंटाकशी करते है।
इसी क्रम में भारत के शानदार बल्लेबाज रोबिन उथप्पा ने साल 2007 में हुए भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि उनके और ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज मैथ्यू हेडन के बीच कुछ ऐसा हुआ जिससे हेडेन ने 2-3 सालों तक भारतीय बल्लेबाज से बात नहीं की।
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उथप्पा ने कहा कि उस सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई टीम भारतीय खिलड़ियों पर लगातार कुछ ना कुछ बयानबाजी कर रही थी और जहीर खान और एक-दो तेज गेंदबाजों के अलावा और कोई बल्लेबाज उन्हें जवाब नही दे रहा था।
स्टैंड-अप कौमेडियन सोरभ पंत के शो में बातचीत करते हुए उथप्पा ने कहा," उस मैच में जितनी स्लेजिंग हुई वो काफी अलग स्तर की थी। मुझे याद है कि वो लोग कुछ ना कुछ बोलते थे और जब नो कुछ बयाबाजी करते थे तो काफी कम लोग ही जवाब दे पाते थे। सिर्फ जैक भाई(जहीर खान) और कुछ और तेज गेंदबाज थे जो ऐसा करते थे। लेकिन किसी भी बल्लेबाज ने अब तक उनको जवाब नहीं दिया था।"
आगे उन्होंने बात करते हुए कहा कि उस मैच में गौतम गंभीर ने पलटवार किया। उथप्पा ने एंड्रयू साइमंड्स, मिशेल जॉनसन और ब्रैड हैडिन को कहा।
उथप्पा ने आगे बात करते हुए कहा कि सबसे मुश्किल था मैथ्यू हेडन को जवाब देना। हेडेन ने उथप्पा को अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित किया था और एक इंसान के तौर पर भी वो बहुत अच्छे थे। यहां तक की उथप्पा ने हेडन से ही वो क्रीज पर चलकर गेंद को मारने वाला शॉट सीखा था। लेकिन भारतीय बल्लेबाज ने कहा कि हेडन छिंटाकशी करने से रुक नहीं रहे थे तो फिर उन्होंने भी कंगारु बल्लेबाज को निशाना बनाने का मन बनाया। तब ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी चल रही थी और उनके लिए हेडन बल्लेबाजी करने आए।
उथप्पा ने कहा," उन्होंने मुझे कुछ कहा जो मैं बोलना नहीं चाहता और फिर मैंने उनसे कुछ कहा। उन्होंने मेरे से करीब 2-3 सालों तक बातचीत नहीं की। वो मेरे से बिल्कुल कट के रहते थे और मुझे बहुत बुरा लगता था। क्योंकि तब तो यह था कि जीतता कौन है। मैं जीतना चाहता था और उनकी टीम को परेशान करना चाहता था और मैंने वो किया। हमलोग जीत गए लेकिन जिसको मैं अपना आदर्श मानता था उनसे बात करने से वंचीत रह गया।"