भारतीय क्रिकेट टीम बेशक वनडे वर्ल्ड कप 2023 नहीं जीत पाई लेकिन फाइनल हारने से पहले टीम इंडिया ने जिस तरह का प्रदर्शन किया था उसने देशवासियों का सीना गर्व से चौड़ा करने का काम किया। भारतीय टीम ने लगातार 10 मैच जीतकर फाइनल में प्रवेश किया था और भारत की इस सफलता में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने अहम भूमिका निभाई थी।
शमी को शुरुआती मैचों में खेलने का मौका नहीं मिला था लेकिन जैसे ही वो हार्दिक पांड्या के बाहर होने के बाद टीम में आए उन्होंने पीछे मुड़कर ही नहीं देखा। शमी पूरे जोश में नजर आए और बल्लेबाजों को लगातार परेशान करते दिखे, शमी की लगातार सफलता देखकर पाकिस्तान से ऊट-पटांग बयान भी आने लगे और पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर हसन रजा ने तो अंपायरों और खिलाड़ियों की निष्ठा पर सवाल उठा दिए। 41 वर्षीय रजा ने दावा किया कि अंपायर भारतीय गेंदबाजों को अलग गेंद दे रहे थे और मेजबान टीम डीआरएस में भी हेरफेर कर रही थी। रजा के इस बयान के बाद पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने भी रज़ा को फटकार लगाई और हाल ही में, भारत के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने भी उनके बयानों की निंदा की है।
शमी ने रज़ा की आलोचना करते हुए कहा कि वो कभी भी भारत की सफलता से खुश नहीं होते और गलतियां खोजने की कोशिश करते हैं। शमी ने कहा कि पूर्व क्रिकेटर को ईर्ष्या भी है और यही कारण है कि उन्हें लगता है कि वैश्विक टूर्नामेंट में पाकिस्तान को धोखा दिया जा रहा है। न्यूज 18 के साथ बातचीत के दौरान शमी ने कहा, “असल में उन्होंने क्रिकेट को मज़ाक बना दिया है क्योंकि हम एक-दूसरे की सफलता का आनंद नहीं लेते हैं। जब आपकी तारीफ होती है तो आप बहुत खुश हो जाते हैं, लेकिन जब आप हार जाते हैं तो आपको लगता है कि आपको धोखा दिया गया है। जब हम टीम का हिस्सा थे, तब के रिकॉर्ड आप देख लीजिए, आप उन्हें आसपास भी नहीं पाएंगे। जलन तो पूरी दिखती है वो, इतना जलने से कौन सा नतीजे मिल जाने हैं।”