जब मुथैया मुरलीधरन ने गंवाया था एक पारी में सभी 10 विकेट लेने का सुनहरा मौका
मुरलीधरन के पास टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में 10 विकेट लेने का सुनहरा मौका था। 2002 में जिम्बाब्वे के खिलाफ मुथैया मुरलीधरन ने एक पारी में 9 विकेट झटके थे।
मुथैया मुरलीधरन क्रिकेट के इतिहास का वो महानतम गेंदबाज जो सदियों में एक बार पैदा होता है। श्रीलंकाई स्पिनर मुथैया मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) अब तक इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। हालांकि, मुथैया मुरलीधरन अपने करियर में एक पारी में सभी 10 विकेट लेने का एक रिकॉर्ड नहीं बना पाए। ऐसा नहीं है मुथैया मुरलीधरन 10 विकेट लेने के करीब नहीं आए। इस आर्टिकल में उसी बात का जिक्र है जब मुथैया मुरलीधरन एक पारी में सभी 10 विकेट लेने का सुनहरा रिकॉर्ड अपने नाम करते-करते रह गए थे।
जिम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच का है वाक्या: बात 2002 की जब मुरलीधरन ने एक पारी में सभी दस विकेट लेने का सुनहरा मौका गंवाया था। कैंडी में जिम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में मुथैया मुरलीधरन ने एक पारी में नौ विकेट हासिल कर लिए थे और उन्हें महज 1 विकेट की दरकार थी। चमिंडा वास एक ओवर करने के लिए आए और उन्होंने ज्यादातर विकेट से दूर गेंदबाजी की ताकि अगले ओवर में मुरली 10 विकेट ले सकें।
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विचित्र परिस्थितियों में चूके मुथैया मुरलीधरन: हालांकि, एक गेंद ऐसी गिरी जो बल्ले के करीब से थी। विकेटकीपर ने कैच लिया लेकिन शायद ही किसी ने विकेट के लिए अपील की होगी। इस बीच हल्की-फुल्की अपील हुई और बल्लेबाज चलने पवेलियन की दिशा में चलने लगा। इस प्रकार विचित्र परिस्थितियों में मुरलीधरन ने 10 विकेट लेने का एक सुनहरा अवसर गंवा दिया था।
Kandy 2002. Sri Lanka v Zimbabwe 2nd Test. Zimbabwe 234-9 and Muttiah Muralitharan on 9-51. Then this happened... pic.twitter.com/DzLotmx98o
— Mainak Sinha(@cric_archivist) December 4, 2021
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शानदार रहा मुथैया मुरलीधरन का इंटरनेशनल करियर: मुथैया मुरलीधरन ने 133 टेस्ट मैचों में 800 विकेट लिए, जबकि 350 एकदिवसीय मैचों में मुरलीधरन ने 534 विकेट अपने नाम किए। दोनों फॉर्मेट में मुथैया मुरलीधरन के नाम ही सबसे ज्यादा विकेट हैं। मुथैया मुरलीधरन के नाम 13 टी20 विकेट भी हैं।