तीसरे टेस्ट मैच में जीत से दूर करने वाले हैंड्सकॉम्ब ने ऐसा कहकर किया कोहली एंड कंपनी को हैरान..
धर्मशाला, 22 मार्च | भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया को ड्रॉ तक पहुंचाने वाले मध्यक्रम के बल्लेबाज पीटर हैंड्सकॉम्ब ने कहा कि रांची में उन्होंने अपने अभी तक के करियर में सबसे मुश्किल हालात का सामना किया।
धर्मशाला, 22 मार्च | भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया को ड्रॉ तक पहुंचाने वाले मध्यक्रम के बल्लेबाज पीटर हैंड्सकॉम्ब ने कहा कि रांची में उन्होंने अपने अभी तक के करियर में सबसे मुश्किल हालात का सामना किया। हैड्सकॉम्ब ने शॉन मार्श के साथ पांचवें विकेट के लिए 124 रनों की साझेदारी करते हुए भारत के जीत के मंसूबों पारी फेर दिया था और मैच ड्रॉ करा ले गए थे। ललित मोदी की बेटी है सबसे खूबसूरत, जरूर देखें
वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने हैंड्सकॉम्ब के हवाले से लिखा है, "हमारे लिए वह काफी अच्छा रहा। हम उस स्थिति में थे, जहां मुश्किल का सामना था। लेकिन, हमें अपने आप पर भरोसा था कि हम मैच ड्रॉ करा सकते हैं। हम सभी ने इस श्रृंखला में शानदार बल्लेबाजी की है और यह सिर्फ मेरी और मार्श की बात नहीं है। हमारे बाद कोई और होता, वह भी ऐसा करता क्योंकि हमें अपने आप पर भरोसा था और हम अच्छा महसूस कर रहे थे।" इस वजह से भारत को जीतने नहींं दिया गया►
हैंड्सकॉम्ब ने कहा, "वह निश्चित ही मेरे करियर की अभी तक की सबसे मुश्किल परिस्थति थी। भारतीय विकेट पर टेस्ट मैच के पांचवें दिन विश्व के दो सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों के सामने बल्लेबाजी करना काफी मुश्किल होता है। मेरे और मार्श के लिए यह अच्छा रहा कि हम इस परिस्थति का सामना कर पाए।" OMG: ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज को मिली भारत की नागरिकता, ट्विट कर दी जानकारी
उन्होंने कहा, "मार्श को खासकर ऑफ स्टम्प के बाहर बने रफ का सामना करना था। जडेजा अधिकतर इसी पर गेंदबाजी कर रहे थे। उनका सामना करना मुश्किल था लेकिन मार्श ने उनका मजबूती से सामना किया जो टीम के लिए अच्छा साबित हुआ।"
उन्होंने कहा, "जहां तक रणनीति का बात है, हमने एक दूसरे से इस पर ज्यादा बात नहीं की। हम विकेट के बीच में आकर बात कर रहे थे और एक दूसरे से कह रहे थे कि आप अच्छा खेल रहे हो। और, फिर अगले ओवर में हम दोनों के पास अपनी रणनीति होती थी।"
हैंड्सकॉम्ब का कहना है कि उन्हें इस बात की उम्मीद थी कि भारतीय कप्तान ड्रॉ के लिए राजी हो जाएंगे और समय से पहले इस बात की घोषणा कर देंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अंतिम दिन रांची में बल्लेबाजी करने से उन्हें धर्मशाला में होने वाले टेस्ट मैच में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, "मैंने पहले ही कहा कि मैं यहां बल्लेबाजी करना पसंद कर रहा हूं। यहां बल्लेबाजी करना और कई गेंदों का सामना करना अलग अहसास है। इससे मुझे अगले टेस्ट मैच में मदद मिलेगी। मुझे अपने आप पर अब भरोसा है कि मैं अच्छा कर सकता हूं।" अगला टेस्ट मैच दोनों टीमों के लिए बेहद अहम है। दोनों एक-एक मैच जीत चुके हैं। आस्ट्रेलिया के पास 2004 के बाद पहली बार भारत में टेस्ट श्रृंखला जीतने का मौका है।
हैंड्सकॉम्ब ने कहा, "हम इस बात को जानते हैं। हम जानते हैं कि यहां आकर श्रृंखला जीतना कितना मुश्किल है। लेकिन, इस समय हम मैच पर ध्यान दे रहे हैं न कि इन सभी चीजों पर। हम पिछले तीन मैचों में जिस रणनीति के साथ खेले हैं, अगर उसी पर चले तो हमारे लिए इतिहास रचना आसान होगा।"
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