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गेल से पिटाई खाने के बाद राशिद खान को अपनी गेंदबाजी में दिखी ये कमी, फिर किया ऐसा कमाल

मुंबई, 25 अप्रैल| इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद के लेग स्पिनर राशिद खान का मानना है कि मैदान पर मार खाने के बाद ही आपकी गेंदबाजी में सुधार हो सकता है और आप इससे सीख सकते हैं।

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राशिद खान
राशिद खान ()
Vishal Bhagat
By Vishal Bhagat
Apr 25, 2018 • 05:47 PM

मुंबई, 25 अप्रैल| इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद के लेग स्पिनर राशिद खान का मानना है कि मैदान पर मार खाने के बाद ही आपकी गेंदबाजी में सुधार हो सकता है और आप इससे सीख सकते हैं।

Vishal Bhagat
By Vishal Bhagat
April 25, 2018 • 05:47 PM

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19 साल के युवा लेग स्पिनर राशिद ने मंगलवार रात लीग के 11वें संस्करण के मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाफ चार ओवर में एक मेडन रखते हुए मात्र 11 रन ही दिए और दो विकेट भी हासिल की। लेकिन, इससे पहले चुन्नई सुपर किंग्स और किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ वह काफी महंगे साबित हु़ए थे। चेन्नई के खिलाफ उन्होंने 49 और पंजाब के खिलाफ 55 रन लुटाए थे। 

वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइन्फो ने राशिद के हवाले से कहा, "जब तक आपको मार नहीं पड़ती है, तब तक आप सीख नहीं सकते। इससे पहले पिछले दो मैचों में मैंने छोटी गेंदें की जिससे मुझे मदद नहीं मिली और मार पड़ी। लेकिन, (मुंबई के साथ मैच में) मैंने जहां तक संभव हो सही लाइन लेंथ पर गेंदबाजी की जिससे मुझे काफी मदद मिली। मैंने लाइन लेंथ पर काफी काम किया और यह सकारात्मक रहा।" 

राशिद पारी के 14वें ओवर में गेंदबाजी करने आए थे और उन्होंने क्रुणाल पांड्या को पगबाधा आउट किया। उन्होंने कहा, "मैंने 14वें ओवर में गेंदबाजी की और मुझे पता था कि कहां गेंदबाजी करना है। वह (क्रुणाल) बड़े हिटर हैं और कहीं भी गेंद को मार सकते हैं। इसलिए मैंने उन्हें ज्यादा रूम नहीं दिया। मैंने सिर्फ सही क्षेत्र में गेंद को गिरने दिया और इसलिए मेडन ओवर निकालने में सफल रहा।" 

अफगानिस्तान के राशिद को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मैन आफ द मैच का पुरस्कार मिला और इसका श्रेय उन्होंने अपनी टीम मैनेजमेंट को दिया।

युवा लेग स्पिनर ने कहा, "जब एक हार के बाद आप जीतते हैं, तो अच्छा महसूस होता है। कोचिंग स्टाफ से हमें काफी कुछ सीखने को मिल रहा है। टीम मैनेजमेंट मुझे हमेशा प्रोत्साहित करता रहता है। आप जो भी करते हैं आपको उसे शांत दिमाग से करने की जरूरत होती है और अपने बेसिक को ध्यान में रखकर करना होता है।"

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