मोटापे और ढीलेपन के चलते पृथ्वी शॉ पर गिरी गाज, चयनकर्ताओं ने दी ऋषभ पंत से सीखने की सलाह
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में शानदार फॉर्म में होने के बावजूद पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) का सिलेक्शन नहीं हुआ है।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में शानदार फॉर्म में होने के बावजूद पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) का सिलेक्शन नहीं हुआ है। पृथ्वी शॉ को दरकिनार किए जाने पर अब बीसीसाआई से जुड़े सूत्र की तरफ से बड़ा बयान आया है और उन्होंने इसके पीछे की वजह बताई है।
बीसीसीआई से जुड़े एक सूत्र ने खुलासा किया है कि चयनकर्ता चाहते हैं कि पृथ्वी शॉ भारतीय टीम में वापस आने से पहले कुछ वजन कम करें। टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से सूत्र ने यह भी कहा कि पृथ्वी शॉ के पास सीखने के लिए ऋषभ पंत का उदाहरण है। भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत जिन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया था उन्होंने अपना वजन कम करने के बाद जोरदार वापसी की थी।
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बीसीसीआई से जुड़े सूत्र ने कहा, 'पृथ्वी अभी भी 21 साल की उम्र के हिसाब से मैदान में बहुत धीमे हैं। उन्हें कुछ किलो वजन घटाने की जरूरत है। ऑस्ट्रेलिया में फील्डिंग के दौरान भी उनके पास एकाग्रता की कमी थी। उनके सामने ऋषभ पंत का उदाहरण है। अगर पंत कुछ महीनों में चीजें बदल सकते हैं, तो पृथ्वी भी ऐसा कर सकते हैं।'
बीसीसीआई से जुड़े सूत्र ने आगे कहा, 'पृथ्वी शॉ को कुछ और टूर्नामेंटों के लिए इस फॉर्म को बनाए रखना होगा। उन्हें अक्सर एक अच्छी सीरीज के आधार पर टीम में चुना जाता है और इसके बाद वह इंटरनेशनल क्रिकेट में संघर्ष करते हुए नजर आते हैं। पृथ्वी शॉ शानदार खिलाड़ी हैं उन्हें लंबे समय तक नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।'
मालूम हो कि पृथ्वी शॉ ने विजय हजारे ट्रॉफी में 800 से अधिक रन बनाकर शानदार फॉर्म का परिचय दिया था। इसके अलावा आईपीएल 2021 में भी वह शानदार फॉर्म में नजर आए थे। शॉ ने आईपीएल के आठ मैचों में 38.50 की औसत और 166.48 की स्ट्राइक रेट के साथ 308 रन बनाए थे।