दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट में विराट कोहली की वापसी के साथ ही हनुमा विहारी का बाहर होना तय था। लेकिन क्या हनुमा के साथ जो कुछ भी हो रहा है वो सही हो रहा है! दाएं हाथ का ये बल्लेबाज, जिसने पिछले एक साल में सिर्फ एक टेस्ट मैच खेला और उसमें भी खुद को साबित किया, इसके बावजूद उन्हें ही कोहली के लिए रास्ता बनाना पड़ा।
हनुमा विहारी के बाहर होने के बाद सोशल मीडिया पर फैंस का गुस्सा जमकर फूट रहा है क्योंकि कई फैंस का मानना है कि चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे में से किसी एक की जगह विहारी को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता था लेकिन लगता है कि विराट कोहली की सोच फैंस से थोड़ा अलग है।
अगर पिछले टेस्ट में विहारी के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने पहली पारी में 20 और दूसरी पारी में अहम 40 नाबाद रन बनाए थे। वहीं, अगर उनके करियर की बात करें तो उनके अब तक के 13 टेस्ट मैचों में से 12 टेस्ट तो विदेशी धरती पर खेले गए हैं। इस दौरान ये 28 वर्षीय बल्लेबाज़ 34.2 की औसत से 684 रन बनाने में सफल रहा है।इसमें एक शतक और चार अर्द्धशतक भी शामिल हैं।