पहले दो मैचों में हार के बाद भारतीय टीम अब क्लीन स्वीप से बचने के लिए अंतिम वनडे में कुछ बदलावों के साथ मैदान पर उतर सकती है। पहले दोनों मैच में भारतीय टीम की रणनीति पूरी तरह विफल रही। तीसरा मैच भारतीय समयानुसार दोपहर दो बजे से शुरू होगा। बल्लेबाज बीच के ओवरों में बड़ी साझेदारियां निभाने में नाकाम रहे जबकि जसप्रीत बुमराह को छोड़कर बाकी भारतीय गेंदबाजों ने निराशाजनक प्रदर्शन किया।
इन दोनों मैच में भारतीय गेंदबाज केवल सात विकेट ले पाए। उन्होंने पहले मैच में चार और दूसरे मैच में तीन विकेट हासिल किए। रविचंद्रन अश्विन और भुवनेश्वर कुमार जैसे अनुभवी गेंदबाज किसी भी समय रासी वान डर डुसेन, जानेमन मलान और क्विंटन डी कॉक जैसे साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों के सामने चुनौती पेश नहीं कर पाए।
पहले दो मैचों की असफलता के बाद मुख्य कोच राहुल द्रविड़ अगले मैच में जयंत यादव और दीपक चाहर को आजमा सकते हैं। पहले दो मैच बोलैंड पार्क पर खेले गए जहां कम तेजी और उछाल मिलती है तथा कप्तान केएल राहुल तक ने स्वीकार किया कि यहां की परिस्थितियां काफी हद तक अपने देश के जैसी हैं। इसके बावजूद भारतीय खिलाड़ियों की नाकामी चिंता का विषय है।