नई दिल्ली, 5 जुलाई| लोढा समिति ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के संविधान को फिर से लागू करते हुए स्पष्ट रूप से कहा था कि हितों का टकराव, एक ऐसा क्षेत्र है जिसे इस खेल के बेहतरी के लिए हल किए जाने की जरूरत है।
भारतीय क्रिकेट में देखा गया है कि मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली सहित कई पूर्व क्रिकेटरों के खिलाफ भी हितों के टकराव का मामला सामने आ चुका है। और अब भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कप्तान विराट कोहली के पद पर भी हितों के टकराव का मामला सामने आ रहा है और संजीव गुप्ता ने इसके लिए बीसीसीआई लोकपाल को एक मेल भी किया है।
मेल की एक प्रति आईएएनएस से पास भी मौजूद है, जिसमें गुप्ता ने कोहली के व्यापारिक उपक्रमों के बारे में बात की है और कहा है कि यह देखने में आता है कि यह लोढ़ा पैनल की सिफारिशों का उल्लंघन है, जिसे उच्चतम न्यायालय द्वारा उस समय अनुमोदित किया गया था, जिस समय बीसीसीआई का नया संविधान पंजीकृत था।