'वॉर्नर अगर पाकिस्तान में होते तो कभी मौका नहीं मिलता', पाकिस्तानी खिलाड़ी अपनी ही टीम पर भड़का
ऑस्ट्रेलियाई टीम के मुख्य खिलाड़ियों में से एक डेविड वॉर्नर के लिए साल 2021 की शुरुआत किसी बुरे सपने से कम नहीं रही है। आईपीएल 2021 में तो आलम ये रहा था कि उन्हें कप्तानी से भी हटा दिया गया था। लेकिन अब
ऑस्ट्रेलियाई टीम के मुख्य खिलाड़ियों में से एक डेविड वॉर्नर के लिए साल 2021 की शुरुआत किसी बुरे सपने से कम नहीं रही है। आईपीएल 2021 में तो आलम ये रहा था कि उन्हें कप्तानी से भी हटा दिया गया था। लेकिन अब पाकिस्तान के बल्लेबाज शोएब मकसूद ने उन्हें लेकर एक अटपटा बयान दिया है।
मकसूद का मानना है कि डेविड वॉर्नर अगर पाकिस्तान में होते तो उनको टेस्ट टीम में कभी भी मौका नहीं मिलता। इसके अलावा पीसीबी को फटकार लगाते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में तेज़ खेलने वाले खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट के लायक नहीं समझा जाता है।
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उन्होंने क्रिकविक के साथ एक खास बातचीत में कहा, 'इस समय टेस्ट क्रिकेट मेरे दिमाग में नहीं है। 2013 में जब मैं टीम में आया था तो मेरा मुख्य फोकस वनडे और टेस्ट क्रिकेट पर था। मैंने उस समय खुद को एक टी20 खिलाड़ी के रूप में नहीं आंका था। मैं चार दिवसीय क्रिकेट में बहुत ही लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाला खिलाड़ी था। उस समय प्रथम श्रेणी और लिस्ट ए क्रिकेट में मेरा औसत 50 के आसपास था।'
आगे बोलते हुए मकसूद ने कहा, 'जैसा मैंने कहा, पाकिस्तान में एक समय में एक संस्कृति थी कि अगर कोई खिलाड़ी जल्दी स्कोर करता है, तो वह केवल वनडे और टी 20 के लिए उपयुक्त है। वीरेंद्र सहवाग का उदाहरण है। मुझे लगता है कि अगर डेविड वॉर्नर यहां पाकिस्तान में होते तो उस समय टेस्ट क्रिकेट के लिए उनके नाम पर विचार नहीं किया जाता।"