मुंबई, 25 अप्रैल| सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है, लेकिन सचिन के करियर का पहला ही टेस्ट सही नहीं रहा था, क्योंकि उन्हें अपने पहले ही मैच में वसीम अकरम और वकार यूनिस जैसे दिग्गज गेंदबाजों का सामना करना पड़ा था। सचिन ने हालांकि कहा है कि भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कोच रवि शास्त्री की सुझाव ने उनके लिए सबकुछ बदल दिया और इसके बाद उन्होंने पिछे मुड़कर नहीं देखा।
सचिन ने स्काई स्पोटर्स पर 'सचिन मीट्स नासिर' एपिसोड में कहा, " मैं अनभिज्ञ था और मुझे यह मानना पड़ेगा। मैंने पहला टेस्ट मैच ऐसे खेला, जैसे कि मानो मैं स्कूल मैच खेल रहा था।"
उन्होंने कहा, " वसीम और वकार तेजी से गेंदबाजी कर रहे थे और वे छोटी गेंदों से डरा रहे थे। मैंने ऐसा कुछ पहले कभी नहीं महसूस किया था, इसलिए पहला मैच सुखद नहीं था। उनकी गति और बाउंस से मैं मात खा गया और आखिरकार मैं 15 रन पर आउट हो गया। ऐसा लगा कि यह मेरा पहला और आखिरी मैच था। मैं बहुत उदास था। "