भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व गेंदबाज अमित मिश्रा की गिनती एक बेहतरीन स्पिनर के रूप में होती है। मिश्रा को उनकी क्षमता और प्रतिभा के मुताबिक भारतीय क्रिकेट टीम में मौका नहीं मिला। पर्याप्त मौका मिलने की स्थिति में उनका कद भी अनिल कुंबले, हरभजन सिंह, और आर अश्विन की तरह हो सकता था।
अमित मिश्रा का जन्म 24 नवंबर 1982 को दिल्ली में हुआ था। बचपन से ही क्रिकेट में रुचि रखने वाले मिश्रा ने हरियाणा की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेला। मिश्रा एक दाएं हाथ के बेहतरीन लेग स्पिनर रहे। फ्लाइट, गुगली और लेगब्रेक उनकी विशेषता थी। गेंदबाजी में विविधता की वजह से वह बल्लेबाजों को छकाने और आउट करने में निपुण थे। इसके अलावा वह निचले क्रम के बेहतरीन बल्लेबाज भी थे। घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के दम पर 2003 में उन्होंने वनडे में भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया। 2008 में टेस्ट और 2010 में टी20 में उनका डेब्यू हुआ था। मिश्रा 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे। 2017 में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच में उन्होंने टी20 के रूप में खेला था। 2003 से 2017 तक 14 साल के अंदर मिश्रा कई बार टीम से अंदर-बाहर हुए। वह कभी भी टीम में अपनी जगह नहीं बना सके।
भारत के लिए 22 टेस्ट में 76 विकेट उन्होंने लिए। साथ ही बल्लेबाजी में 4 अर्धशतक लगाते हुए 648 रन भी बनाए। 36 वनडे में 64 और 10 टी20 में 16 विकेट उन्होंने झटके। ये आंकड़े और भी बेहतर होते अगर उन्हें ज्यादा मौके मिले होते।