भारतीय टीम जो कर सकती है उससे आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है। सहायक कोच रयान टेन डेशकाटे के अनुसार वह यह इसीलिए कर रहे हैं जिससे 18 महीनों की चुनौतियों का अच्छे से सामना किया जा सके क्योंकि आगे चैंपियंस ट्रॉफ़ी, एशिया कप और टी20 विश्व कप होना है।
कप्तान के रूप में रोहित शर्मा और कोच के रूप में राहुल द्रविड़ के साथ भारत ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में बल्लेबाज़ी में अपना सुरक्षा-प्रथम दृष्टिकोण छोड़ दिया था। इसका फ़ायदा उन्हें तब मिला जब वे 2023 वनडे विश्व कप के उपविजेता और 2024 टी20 विश्व कप के विजेता बने।
अब रोहित की जगह सूर्यकुमार यादव टी20 कप्तान बन गए हैं और गौतम गंभीर कोच बन गए हैं, लेकिन पैटर्न वही बना हुआ है। ग्वालियर में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ पहले टी20 मैच में भारत ने 11.5 ओवर में 128 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया। फिर, दिल्ली में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए उन्होंने पावरप्ले के अंदर खु़द को तीन विकेट पर 41 रन पर पाया। लेकिन नीतीश कुमार रेड्डी और रिंकू सिंह ने कुछ देर ही संयम बरता लेकिन फिर आक्रामक प्रहार करते हुए भारत को नौ विकेट पर 221 रन तक पहुंचाया।