भारतीय फुटबॉल के लिए इंडियन सुपर लीग को एक गेम-चेंजर के तौर पर पेश किया गया था। स्टेडियम की लाइटें, विदेशी स्टार्स, सेलिब्रिटी, और पैसा सब कुछ दिखा। ऐसा लगा मानों आईपीएल की तरह इंडियन सुपर लीग भारतीय फुटबॉल की दशा सुधार देगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भारतीय फुटबॉल अभी भी अस्थिर है। इसकी वजह इंडियन सुपर लीग का अस्थिर होना है। लीग के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बरकरार है।
इंडियन सुपर लीग के आयोजन की असमंजस की स्थिति राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के प्रदर्शन को भी प्रभावित कर रही है। भारत को बांग्लादेश के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। राष्ट्रीय टीम थकी हुई लग रही है। जो खिलाड़ी कभी मैच में तेजी से खेलते थे, वे भारी पैरों और कम स्टैमिना वाले दिखे। ट्रेनिंग का रुक-रुक कर होना और लगातार मैच न खेलने का असर खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर स्पष्ट दिख रहा है।
भारतीय फुटबॉल के लिए इंडियन सुपर लीग को एक गेम-चेंजर के तौर पर पेश किया गया था। स्टेडियम की लाइटें, विदेशी स्टार्स, सेलिब्रिटी, और पैसा सब कुछ दिखा। ऐसा लगा मानों आईपीएल की तरह इंडियन सुपर लीग भारतीय फुटबॉल की दशा सुधार देगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भारतीय फुटबॉल अभी भी अस्थिर है। इसकी वजह इंडियन सुपर लीग का अस्थिर होना है। लीग के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बरकरार है।