वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम अपने प्रदर्शन से हर बार चौंकाती है और अक्सर याद दिलाती रहती है कि उसका इतिहास कितना गौरवशाली रहा है। क्राइस्टचर्च में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट को ड्रा कराकर वेस्टइंडीज ने अपने उसी ऐतिहासिक और गौरवशाली इतिहास का फिर से उदाहरण दिया है।
जस्टिन ग्रिव्स और केमार रोच ने टेस्ट को ड्रा कराने के लिए जिस संयम और धैर्य के साथ ऐतिहासिक बल्लेबाजी की है, उसे लंबे समय तक याद किया जाएगा और टेस्ट को बचाने के लिए दोनों की साझेदारी को उदाहरण के तौर पर पेश किया जाएगा। ग्रिव्स 202 और रोच 58 बनाकर नाबाद रहे। दोनों के बीच 67.5 ओवर में 180 रन की नाबाद साझेदारी हुई। ये ड्रा वेस्टइंडीज के लिए जीत है और जिन परिस्थितियों में आई है वो जीत से भी बड़ी है।
पांचवें दिन की शुरुआत में शाई होप का विकेट गिरा। इस विकेट के बाद न्यूजीलैंड के लिए जीत आसान लग रही थी। आठवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए केमार रोच ने विकेट पर पहले से मौजूद जस्टिन ग्रिव्स का साथ दिया। दोनों ने ऐतिहासिक और यादगार बल्लेबाजी की और न्यूजीलैंड से जीत छीनकर मैच को ड्रा करा दिया। यह ड्रा वेस्टइंडीज के लिए जीत से भी बड़ी है।