Happy Birthday Lance Klusener: मनुष्य की किस्मत बदलते देर नहीं लगती। उसे बस अपनी मेहनत और पुरुषार्थ पर यकीन होना चाहिए। स्पष्ट लक्ष्य के लिए किया गया परिश्रम मनुष्य को फर्श से अर्श पर पहुंचा देता है। कुछ ऐसी ही कहानी दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट इतिहास के एक सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर की है, जो कभी गन्ने के खेतों में काम किया करता था।
4 सितंबर 1971 को दक्षिण अफ्रीका के नटाल प्रोविंस में एक बच्चे का जन्म हुआ था। परिवार गन्ने के खेत में करता था। बड़े होने के बाद गन्ने के खेत में काम करना बच्चे की नियति थी और वह खुशी खुशी इस काम से जुड़ गया। जुलु भाषा भी सीख ली, जो अफ्रीका की 50 प्रतिशत से अधिक आबादी बोलती है।
क्रिकेट से नाता स्कूल के आखिरी साल में जुड़ा और उस स्कूल की टीम फाइनल में पहुंची थी। क्रिकेट में करियर नहीं बनाना था, तो सेना से जुड़ गए और तीन साल काम किया। सेना में रहते हुए भी क्रिकेट खेला करते थे। इसी दौरान उनकी गेंदबाजी क्षमता ने सभी को प्रभावित किया। वेस्टइंडीज के महान गेंदबाज मैल्कम मार्शल, जो तब अफ्रीकी टीम नटाल के मैनेजर थे, ने पहली बार इस क्रिकेटर को गेंदबाजी करते हुए देखा और उनकी अद्भुत क्षमता को पहचाना।