भारत के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी, शानदार फिल्डिंग और उपयोगी गेंदबाजी से विश्व क्रिकेट में अपनी खास पहचान बनाई। वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई सुपर किंग्स के स्तंभ रहे। रैना साल 2011 में विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने कई ऐसी पारियां खेलीं, जिन्हें आज भी याद रखा जाता है।
27 नवंबर 1986 को मुरादनगर में जन्मे सोनू यानी सुरेश रैना को बचपन से क्रिकेट का शौक था। महज 11 साल की उम्र में रैना सुबह साढ़े 4 बजे उठकर क्रिकेट खेलने जाते। क्रिकेट का जुनून ऐसा था कि सुबह उठने की जल्दी में रातभर ठीक से सो भी नहीं पाते।
परिवार चाहता था कि उनका सोनू पढ़ाई में मन लगाए, लेकिन बेटे को पढ़ाई से ज्यादा खेल में रुचि थी। वह कमरे में पढ़ाई करने से ज्यादा खेल के मैदान पर क्रिकेट खेलते नजर आते थे।