भारत के खिलाफ लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट के आखिरी दिन बेन स्टोक्स ने लगातार 10 ओवर गेंदबाजी की जिसके बाद से ही जसप्रीत बुमराह के वर्कलोड की तुलना बेन स्टोक्स से की जा रही है। स्टोक्स ने न सिर्फ़ अपने खिलाड़ियों के लिए, बल्कि अंतिम दो मैचों में जाने से पहले भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों के लिए भी ऊंचे मानक तय कर दिए।
उन्होंने पूरे टेस्ट मैच के दौरान मैराथन 44 ओवर फेंके और पांच विकेट लेकर अपनी टीम को 22 रनों से जीत दिलाई। स्टोक्स के इस प्रदर्शन के कारण उनकी तुलना भारतीय तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह से होने लगी, जो पांच में से केवल तीन टेस्ट मैचों में ही खेलेंगे। स्टोक्स की तरह, बुमराह भी चोटों से जूझते रहे हैं और इस दौरे से पहले ही ये साफ कर दिया गया था कि वो पांच में से तीन टेस्ट मैच खेलेंगे। अब तीन मैचों के बाद सवाल ये उठता है कि क्या अगर बेन स्टोक्स लगातार गेंदबाजी करते हुए सभी टेस्ट खेल सकते हैं तो बुमराह ऐसा क्यों नहीं कर सकते। इस तुलना पर भारत के सहायक कोच रयान टेन डोएशेट ने भी चुप्पी तोड़ी।
उन्होंने दोनों के बीच तुलना पर खुलकर बात की और स्टोक्स की तारीफ की। टेन डोएशेट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "बेन का आखिरी दिन मैदान पर उतरना और जिस तीव्रता से उन्होंने इतने ओवर फेंके और ज़ाहिर तौर पर बल्लेबाजी और क्षेत्ररक्षण भी शानदार किया, ये बेहद प्रभावशाली था। हम यहां अपने गेंदबाजों की तुलना दूसरी टीमों के गेंदबाजों से करने नहीं आए हैं। हमारी अपनी खूबियां हैं। हम जानते हैं कि जसप्रीत छोटे स्पेल में क्या करता है, जिसमें वो गेंदबाजी करना पसंद करता है।"