सौरव गांगुली के अनुसार टीम इंडिया को है इस सुधार की जरूरत, बोले कप्तान कोहली और शास्त्री से बात करेंगे
कोलकाता, 8 जुलाई| बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि न्यूजीलैंड में टेस्ट और वनडे सीरीज में भारतीय टीम के खराब प्रदर्शन को लेकर वह टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली से बात करेंगे। गांगुली बुधवार...
कोलकाता, 8 जुलाई| बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि न्यूजीलैंड में टेस्ट और वनडे सीरीज में भारतीय टीम के खराब प्रदर्शन को लेकर वह टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली से बात करेंगे।
गांगुली बुधवार को अपना 48वां जन्मदिन बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि टीम को बाहर जीतने की जरूरत है और साथ ही कहा कि खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करें इसके लिए जरूरी है कि उन्हें समय दिया जाए।
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गांगुली ने स्पोटर्सकीड़ा से बात करते हुए कहा, "आपको बाहर अच्छा खेलना होगा और वह इस समय ऐसा नहीं कर रहे हैं। इसमें कोई छुपाने वाली बात नहीं है। जब हम बाहर खेलते थे, जब मैं कप्तान था, मैंने कहा था कि मैं सिर्फ इस बात पर परखा जाऊंगा कि हम बाहर कितना अच्छा खेलते हैं और यह अभी तक समान ही है। मैं विराट और रवि से बात करूंगा और खिलाड़ियों से भी और जो मदद हो सकती है करूंगा।"
गांगुली से जब पूछा गया कि खिलाड़ियों को टीम में अपनी जगह को लेकर असुरक्षा की भावना है तो उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि बीते चार महीनों में यह बदली है। आप देख सकते हैं कि लोकेश राहुल दोनों प्रारूप खेले। मोहम्मद शमी ने तीनों प्रारूपों में वापसी कर ली है। रवींद्र जडेजा हर प्रारूप खेल रहे हैं। रोहित भी सभी प्रारूप खेल रहे हैं। निरंतरता जरूरी है।"
गांगुली ने भारतीय खिलाड़ियों के विदेशी लीगों में खेलने की बात पर भी चर्चा की और कहा कि इस बात पर बोर्ड चर्चा कर रहा है।
हाल ही में स्पिनर प्रवीण ताम्बे ने कैरीबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) की टीम त्रिनिबागो नाइट राइडर्स के साथ करार किया है।
गांगुली ने कहा, "हमने कुछ खिलाड़ियों को मंजूरी दी है। युवराज पिछले साल खेले थे। यह ऐसी चीज है जिस पर हमें चर्चा करनी होगी। हमें प्रैक्टिकल होना होगा, लेकिन हमें साथ ही आईपीएल को लेकर भी सोचना होगा। हमें संतुलन बनाना होगा। लेकिन अगर आप संन्यास ले चुके हो तो आपको खेलने को नहीं मिलता है। यह मेरे साथ हुआ था। मैं सिर्फ आईपीएल खेल रहा था और मुझे बिग बैश लीग, इंग्लैंड, बांग्लादेश से प्रस्ताव मिल रहे थे। मैंने सोचा था कि मैं जाकर दो साल खेलूंगा लेकिन मुझे मंजूरी नहीं दी गई। लेकिन तब से 2010 से ब्रांड बढ़ रहा है। इस खेल ने मुझे सबकुछ दिया है। मैंने कहा ठीक है अगर यही है तो मैं आईपीएल में ही रहूंगा। इसलिए मैं नहीं खेला।"