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WATCH: 'वो मेरा बिछड़ा हुआ भाई नहीं है', वसीम जाफर ने फिर ले लिए माइकल वॉन के मज़े

वसीम जाफर को आपने शायद ही किसी पॉडकास्ट में कभी देखा होगा लेकिन हाल ही में उन्होंने रणवीर अलाहाबादिया को एक इंटरव्यू दिया जिसमें उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए।

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WATCH: 'वो मेरा बिछड़ा हुआ भाई नहीं है', वसीम जाफर ने फिर ले लिए माइकल वॉन के मज़े
WATCH: 'वो मेरा बिछड़ा हुआ भाई नहीं है', वसीम जाफर ने फिर ले लिए माइकल वॉन के मज़े (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Jun 19, 2024 • 01:42 PM

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन और पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफर के बीच सोशल मीडिया पर मज़ेदार बैंटर किसी से छिपी नहीं है। वॉन को जब भी मौका मिलता है वो अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कभी जाफर के मज़े ले लेते हैं तो वहीं, जाफर भी वॉन को करारा जवाब देने से पीछे नहीं हटते हैं।इस बैंटर में अक्सर जाफर पूर्व इंग्लिश कप्तान पर हावी नजर आते हैं और इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है।

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
June 19, 2024 • 01:42 PM

जाफर को आपने बहुत ही कम किसी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर को इंटरव्यू देते हुए देखा होगा लेकिन हाल ही में वो रणवीर इलाहाबादिया के पॉडकास्ट पर नजर आए। इसमें जाफर ने माइकल वॉन पर मजेदार बयान भी दिया। इस पॉडकास्ट में वसीम जाफर ने कई सवालों के जवाब दिए और उनके जवाब काफी अच्छे भी रहे।

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इस दौरान पॉडकास्ट पर पर रणवीर ने माइकल वॉन का जिक्र करते हुए जाफर से कहा, 'जब आपके खोए हुए भाई माइकल वॉन पॉडकास्ट पर आए थे, तो उन्होंने कहा था कि 'भारत बड़े टूर्नामेंटों में हार जाता है क्योंकि टीम में शायद ऑलराउंडरों की कमी है।' इस पर जाफर कहते हैं, ''हां, मैं यही कह रहा हूं लेकिन वो मेरा खोया हुआ भाई नहीं है, अगर वो मेरा भाई होता तो बेहतर होता।"

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इतना बोलकर दोनों हंसने लग जाते हैं। वहीं, आगे जाफर बोलते हैं, 'भारतीय टीम में बहुत कम ऑलराउंडर हैं। अधिकांश खिलाड़ी बल्लेबाज या गेंदबाज हैं। आजकल टीमों के पास साइड आर्मर्स होते हैं, जो उस स्टिक से गेंद फेंकते हैं। ये अब एक पेशा बन गया है। प्रत्येक टीम के पास खिलाड़ियों के बल्लेबाजी अभ्यास के लिए 1-2 ऐसे साइड आर्मर्स होते हैं लेकिन इस साइड आर्मर के कारण कई बल्लेबाज अब गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं। वो बल्लेबाजी का अभ्यास करते हैं और चले जाते हैं। हमारे समय में ऐसा नहीं था कि जब टीम में हरफनमौला खिलाड़ी बल्लेबाजी करने आते थे तो टीम के बल्लेबाज उन्हें गेंदबाजी करते थे। लेकिन अब इतने सारे नेट गेंदबाज हैं, साइड आर्मर हैं, कि अगर बल्लेबाज गेंदबाजी नहीं करते हैं, तो वो चल जाता है। इससे उनकी गेंदबाजी को गुंजाइश नहीं मिलती। इसलिए कोचों को गेंदबाजी को प्रोत्साहित करना चाहिए। सिर्फ 83 वर्ल्ड कप ही नहीं बल्कि 2011 वर्ल्ड कप में भी कई ऑलराउंडर थे। इस साल की टीम में ज्यादा ऑलराउंडर भी नहीं हैं। गिल, सूर्या, विराट गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं। रोहित ने गेंदबाजी करना बंद कर दिया है। आपके पास कोई विकल्प नहीं है और इसीलिए आप इतने प्रतिस्पर्धी नहीं हैं। अगर आप इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया टीम को देखें तो कई ऑलराउंडर हैं। हमारी टीम में इसकी कमी है।"

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