भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) चाहते हैं कि टॉप छह में 'कुछ ऐसे खिलाड़ी' हों, जो ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या के बाद खेल के सबसे छोटे प्रारूप में इसे और अधिक विकल्प देने के लिए टीम की आवश्यकता के अनुसार अपना प्रदर्शन कर सकें।
पांड्या ने आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप में पांच 'सुपर 12' खेलों में कुल चार ओवर फेंके और गेंद और बल्ले दोनों से प्रभावित नहीं हुए। इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान भी उनकी फिटनेस पर सवालिया निशान था और उन्होंने टूर्नामेंट में मुंबई इंडियंस के लिए एक भी ओवर नहीं फेंका। कप्तान रोहित शर्मा और गेंदबाजी कोच शेन बॉन्ड ने इस बात पर जवाब दिया कि आखिर क्यों- राउंडर को गेंद नहीं दी गई?
पांड्या की 'ऑलराउंड' क्षमता पर अत्यधिक निर्भरता भारत की हार का एक कारण थी। इस मामले में शास्त्री ने कहा कि इससे टीम इंडिया को शीर्ष क्रम में कुछ ऐसे खिलाड़ी रखने में मदद मिलेगी जो 'गेंदबाजी भी कर सकते हैं।'