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'अग्रेशन का मतलब हर बॉल पर मारना नहीं होता है', वेंकटेश अय्यर ने SRH पर कसा इशारों-इशारों में तंज़

सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ जीत के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स के ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर ने एक ऐसा बयान दिया है जो हैदराबाद के फैंस को पसंद नहीं आ रहा है।

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'अग्रेशन का मतलब हर बॉल पर मारना नहीं होता है', वेंकटेश अय्यर ने SRH पर कसा इशारों-इशारों में तंज़
'अग्रेशन का मतलब हर बॉल पर मारना नहीं होता है', वेंकटेश अय्यर ने SRH पर कसा इशारों-इशारों में तंज़ (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Apr 04, 2025 • 12:13 PM

वेंकटेश अय्यर और अंगकृष रघुवंशी के शानदार अर्धशतकों के दम पर कोलकाता नाइट राइडर्स ने गुरुवार (3 अप्रैल) को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग 2025 के 15वें मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद को 80 रनों से हरा दिया। इस मैच में जीत के बाद वेंकटेश अय्यर ने एक बयान भी दिया जो काफी सुर्खियां बटोर रहा है।

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
April 04, 2025 • 12:13 PM

पिछले साल केकेआर ने 23.75 करोड़ रुपये खर्च करके अय्यर को साइन किया था, तब अय्यर आईपीएल नीलामी के इतिहास में सबसे महंगे ऑलराउंडर बने थे। शुरुआती मैचों में फ्लॉप होने के बाद उन्होंने इस मैच में ये दिखाया कि वो क्या करने का दमखम रखते हैं। अय्यर ने सिर्फ 29 गेंदों पर सात चौकों और तीन छक्कों की मदद से 60 रन बनाए और अंत में उनकी पारी ही केकेआर की जीत का कारण बनी।

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अय्यर ने मैच के बाद कहा कि एक बल्लेबाजी इकाई के रूप में, केकेआर का लक्ष्य हर गेंद को हिट करना नहीं है, बल्कि परिस्थितियों के मुताबिक खेलना है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अग्रेशन का मतलब हर बॉल को हिट करना नहीं होता है। उनके इस बयान को सनराइजर्स हैदराबाद की टीम पर तंज माना जा रहा है।

अय्यर ने मैच के बाद कहा, "हमारे लिए सकारात्मक लेकिन सही इरादा दिखाना बहुत महत्वपूर्ण है। अगर हम 6 विकेट पर 50 रन बना चुके हैं और मैं फिर भी हर गेंद पर हिट लगाता हूं, तो ये सकारात्मक है, लेकिन ये सही नहीं है। आक्रामकता का मतलब हर गेंद पर छक्का मारना नहीं है। ये इस बारे में है कि आप परिस्थितियों को कैसे समझते हैं, आप परिस्थितियों को अपने पक्ष में कैसे अधिकतम कर सकते हैं और यही आक्रामकता है।"

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उन्होंने आगे बोलते हुए कहा, "हम ऐसी टीम नहीं बनना चाहते जो अच्छा खेलते समय 250 रन बनाए और अच्छा नहीं खेलते समय 70 रन पर आउट हो जाए। हम ऐसी टीम बनना चाहते हैं जो पिच और परिस्थितियों को जल्दी समझे। बराबर स्कोर का आकलन करें और बराबर से 20 रन ऊपर बनाने की कोशिश करें। हमारे कप्तान ने टाइम-आउट के दौरान काफी संदेश भेजे, उन्होंने हमें ये समझाया कि ये ऐसी पिच नहीं है जहां जाकर आसानी से बल्लेबाजी की जा सके। आपको अपना समय लेना होगा। गेंद थोड़ी चिपक रही थी, टर्न हो रही थी। इसलिए हमारे लिए ये महत्वपूर्ण था कि हम कुछ गेंदों को न हिट करें, बल्कि पिच को समझने के लिए समय निकालें और मेरे पास ये सुविधा है क्योंकि हमारे पास बैक-एंड में रिंकू, रमनदीप (सिंह) और (आंद्रे) रसेल हैं।"

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