IPL 2023 में कैसे बदली विजय शंकर की किस्मत, गैरी कर्स्टन का था बड़ा हाथ
आईपीएल 2023 में गुजरात टाइटंस की सफलता में 3डी प्लेयर विजय शंकर की काफी अहम भूमिका थी। विजय शंकर ने पिछले सीजन में अपनी सफलता के राज का खुलासा किया है।
आईपीएल 2023 में गुजरात टाइटंस की टीम फाइनल तक पहुंची थी और बहुत ही कम अंतर से लगातार दूसरी ट्रॉफी जीतने से चूक गई। आईपीएल 2023 में गुजरात की सफलता में हरफनमौला खिलाड़ी विजय शंकर ने भी बल्ले से कई बार अहम योगदान दिया। शायद इससे पहले शंकर का ऐसा रूप इतने बड़े मंच पर पहले नहीं दिखा था लेकिन अपनी बल्लेबाजी से उन्होंने फैंस को एक बार फिर से उनके बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया। अब शंकर ने ये बताया है कि आखिर उन्होंने पिछले आईपीएल सीजन में ऐसा क्या किया जिससे उनकी किस्मत बदल गई।
विजय शंकर ने खुलासा किया है कि गैरी कर्स्टन की सलाह के बाद आईपीएल 2023 में उनकी बल्लेबाजी में बदलाव और माइंडसेट में बदलाव आया और यही उनके लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। शंकर को आईपीएल 2022 मेगा-नीलामी के दौरान 1.4 करोड़ रु में जीटी द्वारा टीम में शामिल किया गया था, लेकिन वो उस सीजन में सिर्फ 4 ही मैच खेले और बुरी तरह से फ्लॉप रहे। विजय शंकर ने चार मैचों में 54.29 की स्ट्राइक रेट से 19 रन बनाए थे।
Trending
हालांकि, 2023 सीज़न में फ्रैंचाइज़ी के लिए मध्य क्रम में शंकर की प्रमुख भूमिका थी, खासकर केन विलियमसन की चोट और हार्दिक पांड्या की खराब फॉर्म के बाद। उन्होंने 10 पारियों में 160.11 की स्ट्राइक रेट से 301 रन बनाकर आगे कदम बढ़ाया। इसमें कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के खिलाफ 24 गेंदों पर 63 रनों की यादगार नाबाद पारी भी शामिल थी।
स्पोर्टस्टार के साथ बातचीत में शंकर ने कहा, ''मैं नेट्स पर डेढ़ घंटे या उससे भी अधिक समय तक बल्लेबाजी करता था। मैंने अपने बैट लिफ्ट और स्टांस में बदलाव किया। ये बहुत अच्छा लगा क्योंकि मैंने इसके लिए काम किया और ऐसा हुआ। गैरी कर्स्टन ने मुझे कुछ नया आज़माने के लिए कहा था। आईपीएल 2023 से एक सप्ताह या 10 दिन पहले, उन्होंने मुझसे अलग-अलग चीजें आज़माने के लिए कहा और जब मैंने गेंद को वास्तव में अच्छी तरह से मारना शुरू कर दिया, तो मैंने आनंद लेना शुरू कर दिया।"
Also Read: Live Score
आगे बोलते हुए विजय ने कहा, “पिछले साल मेरे सीज़न के बावजूद, जीटी ने मुझे बरकरार रखा और 2023 में पहले मैच में मौका दिया। टीम का वो आत्मविश्वास बहुत महत्वपूर्ण है। यहां (विजय हजारे ट्रॉफी) में भी, हममें से कुछ लोगों का पहला हाफ अच्छा नहीं रहा, लेकिन टीम (तमिलनाडु) ने फिर भी हमारा समर्थन किया और हमारी क्षमता पर विश्वास किया। यही कारण है कि हम अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहे।''