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रात 2 बजे हुई प‍िता की मौत, फिर भी अगले दिन मैदान पर डटकर बल्लेबाजी करने लगे कोहली, जानिए वो घटना जिसने बदला विराट को !

नई दिल्ली (CRICKETNMORE)। विराट कोहली आज अपना 31वां बर्थडे मना रहे हैं। अपने करियर में कोहली ने विराट मुकाम हासिल कर दिया है। इस समय कोहली दुनिया के महान बल्लेबाज हैं। कोहली के महान बल्लेबाज बननें के पीछे एक ऐसी घटना

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 रात 2 बजे हुई प‍िता की मौत, फिर भी अगले दिन मैदान पर डटकर बल्लेबाजी करने लगे कोहली, जानिए ऐसी घटना
रात 2 बजे हुई प‍िता की मौत, फिर भी अगले दिन मैदान पर डटकर बल्लेबाजी करने लगे कोहली, जानिए ऐसी घटना (twitter)
Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Nov 05, 2019 • 12:28 PM

कोहली ने उस ऐतिहासिक मैच में 281 मिनट तक और 238 गेंद का सामना करते हुए 90 रन की पारी खेली थी। जिस वक्त कोहली आउट हुए उस समय तक दिल्ली को फॉलोओन बचाने के लिए सिर्फ 36 रनों की जरूरत थी। कोहली के इस बेहद ही महत्वपूर्ण पारी के कारण दिल्ली की टीम मैच बचानें में सफल रही थी। 90 रन की बेहतरीन पारी खेलने के बाद कोहली तुरंत अपने पिता की अंत्येष्टि में चले गए।

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
November 05, 2019 • 12:28 PM

"उस मैच में दिल्ली के कप्तान रहे मिथुन मन्हास ने उस वक्त के बारे में एक बयान में कहा था कि हमारी टीम ने कोहली को उस मुश्किल भरे वक्त में कहा कि तुम्हें घर जाना चाहिए, लेकिन कोहली ने खेलने का फैसला किया था। उस मैच में कोहली जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे थे उससे मुझे एहसास हो गया था कि कोहली कोई समान्य खिलाड़ी नहीं है।"

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इसके साथ - साथ उस वक्त दिल्ली के कोच रहे चेतन चौहान भी कोहली के इस फैसले से दंग रह गए थे। " कोहली उस वक्त 18 साल थे, उनके पिता के बारे में उनको खबर 4 बजे सुबह मिली थी। मैंने कोहली से बात भी करी थी लेकिन कोहली घर जाने से पहले टीम के लिए योगदान देना चाहते थे। कोहली के इस  बर्दाश्त करने की क्षमता को जानकर मैं भी हैरान रह गया। कहीं ना कहीं मुझे एहसास हो गया था कि आगे जाकर विराट कोहली महान खिलाड़ी बनेंगे।

कोहली ने यह पारी उस वक्त खेली जब उन्हें पूरी तरह से मालूम था कि उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं ये सबके बावजूद जिस तरह से कोहली ने अपने भावनाओं पर काबू पाकर बल्लेबाजी की वो किसी भी शब्द में बयान नहीं किया जा सकता है।

विराट के साथ हुई इस घटना ने कोहली को पूरी तरह से बदल दिया था। अब अपने पिता को खोने के बाद कोहली ने पूरी परिपक्वता के साथ क्रिकेट को अपना जीवन बना लिया। उनका मानना था कि उनके पिता का यह सपना था कि मैं एक अच्छा क्रिकेटर बनूं।

विशाल भगत ( CRICKETNMORE)

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