Hawk Eye Controversy: भारत में वुमेंस प्रीमियर लीग (WPL 2024) का दूसरा सीजन खेला जा रहा है जहां बीते सोमवार (4 मार्च) को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और यूपी वॉरियर्स के बीच मुकाबला खेला गया था। इस मैच में एक ऐसी घटना घटी जिसने एक बार फिर क्रिकेट जगत को ये सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या क्रिकेट में टेक्नोलॉजी पर पूरी तरह भरोसा किया जा सकता है या नहीं।
दरअसल, इस मैच के दौरान जब यूपी वॉरियर्स की टीम बैटिंग कर रही थी तब हॉक-आई से एक बड़ी चूक हुई। वॉरियर्स की इनिंग के 7वें ओवर में जॉर्जिया वेयरहैम की एक गेंद चमारी अट्टापट्टू के पैड से टकराई थी। यहां आरसीबी ने बड़ी अपील की, लेकिन मैदानी अंपायर ने नॉट आउट का फैसला दिया था। आरसीबी सहमत नहीं थी जिस वजह से उन्होंने डीआरएस का इस्तेमाल करके अंपायर के फैसल को चैलेंज किया।
इसके बाद घटना का रिप्ले बड़ी स्क्रिन पर दिखाया गया और यहां वो हुआ जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। दरअसल, रिव्यू जब शुरू हुआ तब ये साफ दिख रहा था कि गेंदबाज़ ने एक लेग स्पिन बॉल फेंकी है, लेकिन जब वो पैड से टकराई तब हॉक-आई ने इसे अचानक से गुगली गेंद की तरह प्रदर्शित किया जो कि सीधा स्टंप से टकरा रही थी। ये देखकर चमारी अट्टापट्टू, यूपी वॉरियर्स की टीम, अंपायर और कमेंटेटर्स तक सभी पूरी तरह हैरान रह गए। हालांकि इसके बाद अट्टापट्टू को आउट करार दे दिया गया। यही वजह है अब इस घटना पर बवाल मच गया है।
This is a leg-spin delivery. The ball pitches really close to the foot. Hawkeye’s projection takes it as a straight ball/googly…shows hitting the middle stump.
— Aakash Chopra (@cricketaakash) March 5, 2024
Would love to hear Hawkeye’s explanation for this. Do more errors happen when the ball is pitching really close to the… pic.twitter.com/BqVdekd3k0