आईपीएल शुरू होने से ठीक 2 दिन पहले खबर आती है कि दिग्गज एम एस धोनी ने CSK की कप्तानी छोड़ दी है और IPL 2022 में रविंद्र जडेजा टीम की कप्तानी करते हुए नजर आएंगे। धोनी बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज इस सीजन चैन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा होंगे। एक तरफ धोनी के कप्तानी छोड़ने पर फैंस को दुख था दूसरी तरफ फैंस के दिल में इस बात से ठंडक पहुंच रही थी कि धोनी कम से कम मैदान पर खेलेत हुए तो नजर आएंगे। धोनी की कप्तानी में सीएसके ने 4 बार आईपीएल का खिताब जीता है वहीं पिछले सीजन भी टीम ने आईपीएल जीता था।
सीएसके मतलब धोनी और धोनी मतलब सीएसके इस बात में शायद ही किसी को कोई शक हो। अब ये सवाल उठ रहा है कि क्या रविंद्र जडेजा को सिर्फ टॉस वाला कैप्टन बनाया गया है? मतलब जडेजा मैदान पर टॉस के लिए जाएंगे, प्रजेंटेशन में सवालों का जवाब देंगे लेकिन, मैदान के अंदर सारे फैसले धोनी लेंगे। जडेजा की कप्तानी पर अगर नजर डालें तो पाएंगे कि दूर-दूर तक उन्हें कप्तानी का कोई अनुभव नहीं है।
रविंद्र जडेजा ने आखिरी बार 15 साल पहले 28 अक्टूबर 2007 को किसी टीम की कप्तानी की थी। राजकोट के वेस्टर्न रेलवे ग्राउंड में वीनू मांकड़ U19 टूर्नामेंट में मुंबई U19 के खिलाफ रविंद्र जडेजा सौराष्ट्र U19 टीम के कप्तान थे। इसके अलावा उन्हें कप्तानी करने का कोई अनुभव नहीं है। रविंद्र जडेजा को कप्तान बनाने के पीछे सीएसके मैनेजमेंट की ये सोच हो सकती है कि धोनी के रहते-रहते इस सीजन रविंद्र जडेजा उनसे कप्तानी के कुछ गुर सीख लें।

