कोलकाता की 4 साल की लड़की के क्रिकेटिंग टैलेंट को देखकर युवराज हुए दीवाने, कहा- उठाएंगे सारा खर्चा
युवराज सिंह ने कोलकाता की ऋषिका नाम की 4 साल की लड़की के क्रिकेटिंग टैलेंट को पहचाना। इसके बाद उन्हें स्कॉलरशिप ऑफर कर दी है ,
भारत के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने कुछ ऐसा काम कर दिया है जिससे सोशल मीडिया पर उनकी जमकर तारीफ की जा रही है। हाल ही में चैंपियन ऑलराउंडर ने कोलकाता की ऋषिका नाम की 4 साल की लड़की के क्रिकेटिंग टैलेंट को पहचाना। सोशल मीडिया पर बच्ची की बल्लेबाजी स्किल्स वायरल होने के बाद सिंह ने क्रिकेट बल्ले के साथ ऋषिका की प्रतिभा पर ध्यान दिया। इसके बाद युवी ने घोषणा की है कि वह कोलकाता में स्थित युवराज सिंह सेंटर आफ एक्सीलेंस में उनकी शिक्षा और क्रिकेट ट्रेनिंग फाइनेंस करेंगे।
कुछ दिन पहले ऋषिका अपने पिता के साथ क्रिकेट खेलते हुए इंटरनेट पर वायरल हो गई थीं। वायरल वीडियो में कोलकाता के न्यूटाउन इलाके की लड़की प्रोफेशनल खिलाड़ियों जैसी तकनीक से बैटिंग करती नजर आ रही है। उनके वीडियो को देखकर कई फैंस ने उनके टैलेंट की सराहना की। ऋषिका का वीडियो वायरल होने के बाद, वह क्रिकेट टैलेंट के रूप में लोकप्रिय हो गईं और वो युवराज का भी ध्यान खींचने में कामयाब रही।
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युवराज ऋषिका की प्रतिभा से खुश हुए और उन्हें गिफ्ट के रूप में एक साइन क्रिकेट बैट भेजा। गौरतलब है कि ऋषिका सरकार साढ़े तीन साल से न्यू टाउन के उपनगरीय इलाके में एक गरीब परिवार में रह रही है। हर दिन, उसके परिवार को भोजन के लिए संघर्ष करना पड़ता है। अपनी कठिनाइयों के बावजूद, युवा लड़की में क्रिकेट खेलने की अदम्य इच्छा को दबाया नहीं जा सका। खेल में बेहतर होने के लिए उनका प्रतिदिन छह घंटे से अधिक की प्रैक्टिस करती है। उनके पिता, राजीव सरकार, उन्हें नियमित रूप से प्रशिक्षण दे रहे हैं, और उनकी कोचिंग के तहत, ऋषिका स्क्वायर ड्राइव से लेकर कवर ड्राइव तक सब कुछ खेल सकती है।
ऋषिका को युवराज सिंह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (YSCE) में सप्ताह में तीन दिन ट्रेनिंग दी जाएगी और कोच उस पर व्यक्तिगत नजर रखेंगे। मर्लिन राइज़ और क्लब पवेलियन, मर्लिन राइज़ का स्पोर्ट्स क्लब ऋषिका की डाइट लिस्ट के अनुसार पौष्टिक भोजन भी देगा। YSCE नियमित रूप से उसके प्रदर्शन की निगरानी करेगा और उसे भविष्य के मैचों में खेलने के अवसर प्रदान करेगा। मर्लिन ग्रुप उनके एरिया के पास एक स्कूल की भी पहचान करेगा और उनकी आगे की पढ़ाई का सारा खर्च उठाएगा।
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भारतीय क्रिकेटर और YSCE के मुख्य कोच सत्येन्द्र सिंह ने कहा कि "यह एक रॉ (ऋषिका) और जन्मजात प्रतिभा थी। हमें उम्मीद है कि हम उसकी मदद कर सकते हैं और उनका भविष्य उज्ज्वल है।"