भारत के खिलाफ एडिलेड में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया 191 रनों पर ऑलआउट हो गई थी और टीम इंडिया को पहली पारी के आधार पर 53 रनों की बढ़त मिली थी। लेकिन भारत ने तीसरे दिन मिली हुई बढ़त को गंवा दिया। भारत का बल्लेबाजी क्रम ताश के पत्तों की तरह ढह गया।
पैट कमिंस और जॉश हेजलवुड ने कहर बरपाती हुई गेंदबाजी से भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर दिया है। कमिंस ने विराट कोहली समेत कुल 4 विकेट चटकाए जबकि हेजलवुड ने 2 भारतीय खिलाड़ियों को पवेलियन की राह दिखाई। एक समय भारत का स्कोर 1 विकेट के नुकसान पर 15 रन था और 4 रन के अंदर ही 5 खिलाड़ी आउट होकर पवेलियन लौट गए।
इस निराशाजनक प्रदर्शन के साथ ही भारत ने अपने टेस्ट इतिहास में सबसे खराब रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करवा लिया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस मैच से पहले भारतीय टीम के टॉप-6 बल्लेबाज कभी भी 19 रनों के अंदर आउट नहीं हुए थे, लेकिन इस मैच में टीम इंडिया ने दिसंबर 1996 में डरबन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 25 रनों पर टॉप-6 विकेट गंवाने के अपने रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। अपने टेस्ट इतिहास में सबसे खराब प्रदर्शन के बाद टीम इंडिया इस टेस्ट को गंवाने की कगार पर पहुंच चुकी है।