आशीष नेहरा (Ashish Nehra) की आजकल मशहूरी एक कामयाब आईपीएल कोच के तौर पर है पर ऐसे में ये नहीं भूल सकते कि वे एक क्लासिक खब्बू तेज गेंदबाज थे जिनके लेट इनस्विंगर ने दुनिया भर के बल्लेबाज को परेशान किया। टेस्ट क्रिकेट करियर तो लगभग 5 साल ही चला पर टी20 ने उनके करियर को गजब की लाइफ लाइन दी- अपना आखिरी टेस्ट खेलने के लगभग 5 साल बाद पहला टी20 इंटरनेशनल खेले और अगले 8 साल तक खेलते रहे। इस चक्कर में उनके टेस्ट करियर की यादें कुछ धूमिल पड़ गईं पर इसमें भी बहुत कुछ खास है जैसे कि उनका टेस्ट डेब्यू।
इसकी स्टोरी सिर्फ ये नहीं है कि आशीष नेहरा ने फरवरी 1999 में टेस्ट डेब्यू किया और एमएसके प्रसाद नाम के एक और क्रिकेटर ने अक्टूबर 1999 में। ये एमएसके प्रसाद इंटरनेशनल खेल कर रिटायर भी हो गए और मजे के बात है कि एक वक्त ऐसा भी आया जब एमएसके प्रसाद की सेलेक्शन कमेटी ने अक्टूबर 2017 में आशीष नेहरा को टी20 टीम इंडिया में चुना!
टेस्ट डेब्यू पर लौटते हैं। ये 1999 की बात है। तब एशियाई टेस्ट चैंपियनशिप खेलते थे। फरवरी में इस चैंपियनशिप के पहले टेस्ट में पाकिस्तान ने ईडन गार्डन्स में एक विवादास्पद टेस्ट में भारत के विरुद्ध जीत दर्ज की। इस हार ने कप्तान अज़हरूद्दीन पर दबाव बना दिया था और जब चैंपियनशिप के कोलंबो में दूसरे टेस्ट के लिए टीम चुनने के लिए मीटिंग हुई तो उसमें अजहरुद्दीन ने दिल्ली के 20 साल के आशीष नेहरा के नाम की बात की थी। कोई ख़ास चर्चा नहीं थी तब तक आशीष नेहरा की। इसलिए सेलेक्टर ये नाम सुनकर हैरान थे। रणजी ट्रॉफी में अज़हर ने उन्हें देखा था और सबसे ज्यादा प्रभावित हुए उन के एटिट्यूड से।