आईपीएल 2024 में मैचों का सिलसिला शुरू होने से पहले, बेंगलुरु के इन दिनों के पानी के संकट को लेकर यहां तक मांग हुई कि पानी बचाने के लिए बेंगलुरु में मैच ही मत खेलो। खैर वहां मैच तो हो रहे हैं पर पानी, बेंगलुरु और आईपीएल का जब एक साथ जिक्र हो तो ध्यान सीधे आईपीएल के 2018 के एक किस्से पर चला जाता है- तब सेंटर चेन्नई था और वहां से, इसी पानी की वजह से मैच हटाने की मांग हुई थी और इस मांग के तार सीधे बेंगलुरु से जुड़ते थे।
तब तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच पानी के बंटवारे को लेकर बड़े तनाव का माहौल बना हुआ था- इसे कावेरी विवाद के नाम से जाना जाता है। सीजन का चेन्नई में पहला मैच 10 अप्रैल को कोलकाता नाइट राइडर्स-चेन्नई सुपर किंग्स था और प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि उनके दो हफ्ते से चल रहे आंदोलन से ध्यान हटाने के लिए चेन्नई में आईपीएल मैच खेल रहे हैं- इसलिए वे मैच नहीं होने देंगे। मांग थी चेन्नई से आईपीएल मैच हटाओ। इसी मांग के सपोर्ट में, आईपीएल का विरोध चेन्नई की सड़कों पर शुरू हो गया।
स्टेडियम की तरफ जाने वाली सड़कों पर दोपहर से ही भीड़ जमा हो गई। प्रदर्शन और नारेबाजी शुरू हो गए जिससे ट्रैफिक जाम हो गया। स्टेडियम के सामने पुलिस बंदोबस्त के बावजूद भारी भीड़ जमा थी। सभी बड़े गेट बंद थे। भीड़ ने चेपॉक के आसपास की सड़कों को घेर लिया था- ख़ास तौर पर अन्ना सलाई, वालजाह रोड और बेल्स रोड बंद हो गईं। भीड़ ने कुछ पुलिस बैरिकेड तोड़ दिए और पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज भी किया। और तो और, बिक रही घरेलू टीम की पीली जर्सियों में आग लगा दी। चेन्नई फिल्म इंडस्ट्री की कई मशहूर हस्तियां भी इस प्रोटेस्ट में शामिल थीं। निगरानी के लिए- एक हेलीकॉप्टर चेपॉक के ऊपर आसमान में चक्कर लगा रहा था।