हैप्पी बर्थडे रे इलिंगवर्थ - जानें टेस्ट क्रिकेट के सबसे चालाक कप्तान के दिलचस्प किस्सें
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान रे इलिंगवर्थ को टेस्ट क्रिकेट इतिहास के सबसे चालाक कप्तानों में गिना जाता है। 8 जून, 1932 को यूनाइटेड किंगडम में जन्में इलिंगवर्थ एक अच्छे ऑलराउंडर और कमेंटेटर थे। जिस तरह से वो टीम को एक
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान रे इलिंगवर्थ को टेस्ट क्रिकेट इतिहास के सबसे चालाक कप्तानों में गिना जाता है। 8 जून, 1932 को यूनाइटेड किंगडम में जन्में इलिंगवर्थ एक अच्छे ऑलराउंडर और कमेंटेटर थे। जिस तरह से वो टीम को एक साथ लेकर चलते थे वो काफी सराहनीय था।
आइये उनके जन्मदिन के अवसर पर जानते है उनसे जुड़ी कुछ खास बातें।
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1) एक अद्भुत रिकॉर्ड - 2015 के एक आंकड़े की माने तो इलिंगवर्थ उन 9 खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्होंने फर्स्ट-क्लास करियर में 2,000 विकेट हासिल करने के अलावा 20,000 रन भी बनाए हैं। यहां तक की वर्ल्ड क्रिकेट के बेहतरीन ऑलराउंडरों में गिने जाने वाले गैरी सोबर्स और इमरान खान का भी आंकड़ा ऐसा नहीं था।
2) एक ही साल में आई खुशी और गम की खबर - साल 1960 में इलिंगवर्थ के लिए अच्छी खबर यह रही कि उन्हें विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड मिला। बुरी खबर ये रही कि उसी साल उन्हें टेस्ट कप्तानी से हाथ धोना पड़ा।
3) अनोखे स्पिनर थे इलिंगवर्थ - टेस्ट क्रिकेट में इस खिलाड़ी का औसत 31.20 का रहा है और वो 97.8 गेंद के अंतराल पर एक विकेट चटका देते थे। ये जानकर हैरानी होगी की 100 से भी ज्यादा पारियों में गेंदबाजी करने के बाद भी उनकी इकॉनमी 1.91 थी जो कि किसी कमाल से कम नहीं था।
इलिंगवर्थ ने इस मामले में एक इंटरव्यू देते हुए कहा था," मैंने अपने जवानी के दिनों में काफी गेंदबाजी की है, मैं 14 दिन के लिए गेंदबाजी छोड़ सकता हूं और फिर से आकर लगातार गेंदबाजी कर सकता हूं। आप भूलों मत कि मैं हर सीजन 1000 से ज्यादा सीजन ओवर फेंकते हूं।"
4) 50 साल तक चला क्रिकेट करियर - 1932 में जन्मे इलिंगवर्थ ने साल 1951 में फर्स्ट-क्लास करियर की शुरुआत की और वो 32 साल तक क्रिकेट के मैदान पर रहें।
5) सबसे ज्यादा प्यार पाने वाले और सराहनीय कप्तान - कई अनोखे रिकॉर्ड के अलावा इलिंगवर्थ की गिनती एक बेहतरीन कप्तान के रूप में होती है। टीम में ज्योफ बॉयकॉट और जॉन स्नो जैसे बड़े खिलाड़ी होने के बावजूद इलिंगवर्थ को टीम की ओर से खासा सम्मान मिला। यहां तक की उन्हें टीम में जो खिलाड़ी चाहिए होते थे उनके लिए वो बहस तक कर लेते थे। यहां तक की वो उनके वेतन और अन्य सुविधाओं का भी ध्यान रखते थे।
एक नजर उनके क्रिकेट रिकॉर्ड पर -
- टेस्ट करियर (बल्लेबाजी):
- मैच - 61
- पारियां - 90
- नॉट आउट - 11
- रन - 1836
- उच्चतम स्कोर - 113
- औसत - 23.24
- शतक - 2
- अर्धशतक - 5
वनडे करियर(बल्लेबाजी):
- मैच - 3
- पारियां - 2
- रन - 5
- उच्चतम स्कोर - 4
- औसत - 2.5
टेस्ट करियर(गेंदबाजी):
- मैच - 61
- पारियां - 100
- विकेट - 122
- पारी में बेहतरीन गेंदबाजी - 6/29
- मैच में बेहतरीन गेंदबाजी - 7/29
- इकॉनमी - 1.98
वनडे करियर(गेंदबाजी)
- मैच- 3
- पारियां - 2
- विकेट - 4
- पारी में बेहतरीन गेंदबाजी - 3/50
- मैच में बेहतरीन गेंदबाजी - 3/50
- इकॉनमी - 4.42