Important Facts About Wankhede Stadium: इन दिनों, मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम के 50 साल पूरे होने के मौके पर प्रोग्राम चल रहे हैं जिसमें मुंबई के नए-पुराने क्रिकेटर सब चर्चा में रहेंगे। भारतीय क्रिकेट में वानखेड़े स्टेडियम के जिक्र का मतलब है एक पूरा इतिहास जो ग्राउंड पर और ग्राउंड से बाहर की घटनाओं से भरा है। एक कॉफी टेबल बुक या एक विशेष डाक टिकट रिलीज होने से वानखेड़े के अतीत का कुछ पता नहीं चलता।
वानखेड़े स्टेडियम और मरीन ड्राइव का ऊंचाई से लिया फोटो देखिए तो बहुत संभव है इसमें एक और क्रिकेट स्टेडियम भी दिखाई दे। बिलकुल करीब है क्रिकेट क्लब ऑफ़ इंडिया का ऐतिहासिक ब्रेबोर्न स्टडियम। यही वह स्टेडियम है जहां, वानखेड़े स्टेडियम बनने से पहले, मुंबई के सभी मैच खेले जाते थे। भले ही मुंबई में आयोजित पहला टेस्ट 1933-34 में जिमखाना ग्राउंड में खेले पर जिस स्टेडियम को सबसे पहले मुंबई क्रिकेट के साथ जोड़ा गया वह ब्रेबोर्न स्टेडियम था।
ये आज भी है और इतना बेहतर कि मानो इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए तैयार हो। इसीलिए वानखेड़े स्टेडियम के 50 साल के जश्न की स्टोरी में आज के क्रिकेट प्रेमियों के लिए ये जानना जरूरी है कि आखिरकार ब्रेबोर्न स्टेडियम के होते हुए, उसके बिलकुल करीब ही एक और नया स्टेडियम बनाने की क्या जरूरत थी? किसी भी स्टेडियम से इंटरनेशनल क्रिकेट का आयोजन छीनने की सबसे बेहतरीन और रोमांचक स्टोरी है ये।