वेस्टइंडीज में पैदा हुआ था टीम इंडिया का यह दिग्गज क्रिकेटर,आईपीएल की इस टीम का है कोच
भारत के सर्वश्रेष्ठ फील्डरों में से एक रॉबिन सिंह आज अपना 55 वां जन्मदिन मना रहे हैं। रॉबिन के टीम में आने से भारतीय टीम ने क्रिकेट में फील्डिंग के महत्वों के बारे में समझा। आइये आज बात करते है
सात सालों बाद हुई टीम में वापसी
रॉबिन सिंह ने साल 1989 में वेस्टइंडीज के खिलाफ "पोर्ट ऑफ स्पेन" में अपना वनडे डेब्यू किया। डेब्यू के बाद रॉबिन ने बस 2 मैच खेले जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर बैठा दिया गया। आखिरकार 7 साल बाद 1996 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टाइटन कप में उनकी भारतीय टीम में वापसी हुई।
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कोचिंग करियर
साल 2004 में रॉबिन सिंह हांगकांग की टीम के कोच के रूप में चुने गए और हांगकांग ने एशिया कप में जगह बनाई। उसके बाद वो भारत के कोच के रूप में चुने गए और उन्होंने साल 2007 से लेकर 2009 तक भारतीय टीम में फील्डिंग कोच की भूमिका निभाई।
आईपीएल के पहले सीजन में डेकन चार्जर्स की टीम ने उन्हें फील्डिंग कोच के रूप में नियुक्त किया। अगले साल उन्हें मुंबई इंडियंस के कोच के रूप में चुना गया और वर्तमान में वो मुंबई के बैटिंग कोच के रूप में कार्यभार संभाल रहे हैं।
इस संस्था की रखी है नींव
रॉबिन सिंह ने नए नए क्रिकेटर उभरने तथा उन्हें क्रिकेट के गुर सिखाने के लिए अमेरिका के न्यू जर्सी में रॉबिन सिंह फाउंडेशन खोला है।