सौरव गांगुली के जन्मदिवस पर जानिए ऐसी मजेदार घटनाएं जिसके कारण वो बने भारतीय क्रिकेट के 'दादा'
भारतीय टीम के पूर्व धुरंधर कप्तान सौरव गांगुली आज अपना 46वां जन्मदिन मना रहे हैं। सौरव गांगुली वो शख्सियत हैं जिसने भारतीय टीम में जोश भरा और राह दिखाया कि विदेशी सरजमीं पर मैच कैसे जीते जाते हैं। कभी हार ना मानने
ऐसे बने बांये हाथ के खिलाड़ी- सौरव अपनी शुरूआती जीवन से अपना सारा काम जैसे लिखना, खाना गेंदबाजी करना अपने दाएं हाथ से ही किया करते थे। मगर सौरव अपने बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली जो की बाएं हाथ के खिलाड़ी थे उनका क्रिकेट किट इस्तेमाल करने के लिए बाएं हाथ के बल्लेबाज बन गए।
इंटरनेशनल डेब्यू- सौरव गांगुली ने अपना इंटरनेशनल डेब्यू 11 जनवरी साल 1992 को वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज से किया लेकिन अपने ख़राब प्रदर्शन के कारण उन्हें टीम से निकाल दिया गया जिसके बाद गांगुली ने साल 1992 में अपने घर में ही एक गेंदबाजी करने वाली मशीन खरीद ली ताकि वो अपने बल्लेबाजी पर ज्यादा ध्यान दे सके।
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एक यादगार टेस्ट डेब्यू - सौरव गांगुली ने साल 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स के मैदान पर अपना टेस्ट डेब्यू किया और उन्होंने पहली पारी में ही शतक जमाया। गांगुली लॉर्ड्स के मैदान पर डेब्यू मैच में शतक ज़माने वाले वर्ल्ड के तीसरे बल्लेबाज हैं। उनसे पहले ये कारनामा हैरी ग्राहम और जॉन हैम्पशायर ने किया है।
2001 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर किया था ये अजीबोगरीब हरकत - साल 2001 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम के कप्तान रहे सौरव गांगुली चार मौकों पर टॉस के वक़्त देर से पहुंचे जिससे विपक्षी टीम के कप्तान स्टीव वॉ और अंपायर ने अपनी नाराजगी जताई। उसी दौर पर एक अन्य मैच के दौरान गांगुली बिना भारतीय जर्सी पहने टॉस के लिए पहुंच गए थे।