हाल ही में, पाकिस्तान ने 38 साल और 299 दिन की उम्र में, खब्बू स्पिनर आसिफ अफरीदी (Asif Afridi) को दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध रावलपिंडी टेस्ट में डेब्यू कराया और वे उनके लिए, सबसे बड़ी उम्र में टेस्ट डेब्यू करने वालों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर आ गए। इस सदी की बात करें तो वे टेस्ट डेब्यू करने वालों में दूसरे सबसे बड़ी उम्र के खिलाड़ी हैं। 2018 में आयरलैंड के एड जॉयस (39 साल 231 दिन) ने तो इससे भी बड़ी उम्र में डेब्यू किया था। आसिफ 57 फर्स्ट क्लास क्रिकेट मैच (198 विकेट) के अनुभव से टेस्ट खेले।
पाकिस्तान के लिए जिन दो खिलाड़ियों ने उनसे भी बड़ी उम्र में टेस्ट डेब्यू किया, उनमें से पहला नाम मीरान बख्श (जिन्हें बक्स भी लिखते हैं) का है जो 47 साल और 284 दिन (विरुद्ध भारत, लाहौर, 1955) की उम्र में अपना पहला टेस्ट खेले और दूसरा नाम आमिर इलाही का है 44 साल और 45 दिन (विरुद्ध भारत, दिल्ली, 1952) की उम्र के साथ।
सबसे बड़ी उम्र में टेस्ट डेब्यू करने वाले खिलाड़ी जेम्स साउथर्टन हैं जो 49 साल और 119 दिन की उम्र में अपना पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड के लिए 1877 में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध खेले थे। उनके बाद मीरान बख्श हैं। मीरान बख्श की स्टोरी बेहद दिलचस्प, रहस्यमयी और कई सब-प्लॉट से बनी हुई है। बस समझ लीजिए कि उनका टेस्ट डेब्यू एक ऐसा प्रयोग था जिसमें न तो कोई तुक थी और न कोई सही वजह। एक पारिवारिक ड्रामा इस टेस्ट डेब्यू की वजह बन गया।