दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) खुद कह चुके हैं कि आईपीएल 2024 एक खिलाड़ी के तौर पर उन का आख़िरी सीजन है। इस समय रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के लिए खेल रहे दिनेश के इस फैसले के साथ ही मौजूदा उस लिस्ट से एक नाम और कम हो जाएगा जो आईपीएल के हर सीजन में खेले हैं। दिनेश कार्तिक ने रविचंद्रन अश्विन के यूट्यूब चैनल पर, अपने आईपीएल करियर के जिक्र में, एक बड़ी ख़ास बात कही- 'क्रिकेट करियर में ज्यादा पछतावा नहीं है। सिर्फ दो- पहला तो ये कि मैं 2013 में रिटेन नहीं होना चाहता था जबकि एमआई में मुझे आगे बढ़ने और एक बेहतर खिलाड़ी बनने में और मदद मिलती तथा दूसरा ये कि मैं सीएसके (CSK) का हिस्सा नहीं हूं।' आईपीएल के पहले सीजन में सीएसके के उन्हें न खरीदने की स्टोरी तो खैर मालूम थी पर ये एमआई के लिए खुद रिटेन होने से इंकार की बात नई है। एमआई में दिनेश के आने की स्टोरी तो सनसनीखेज थी ही- अब उनसे बाहर होने की स्टोरी भी उन्होंने सनसनीखेज बना दी। उस दौर को देखें तो वास्तव में बड़ा अजीब हो रहा था।
आईपीएल करियर में दिनेश कार्तिक पहले तीन सीज़न (2008 से 2010) दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेले- 2.10 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट था। जब रिटेन नहीं किया तो किंग्स इलेवन पंजाब ने नीलामी में 9 लाख डॉलर (उस समय 4.14 करोड़ रुपये) की बेहतर कीमत में खरीद लिया। जो कार्तिक डेयरडेविल्स के नंबर 1 विकेटकीपर थे- किंग्स इलेवन में बल्लेबाज बन गए (2011 सीजन रिकॉर्ड : 13 मैच में 25.63 औसत से 282 रन)।
2012 का साल शुरू ही हुआ था कि एक बड़ी सनसनीखेज खबर आई- दिनेश कार्तिक का ट्रेड विंडो में किंग्स इलेवन पंजाब से मुंबई इंडियंस ट्रांसफर हो रहा है। ऑफिशियल तौर पर ट्रांसफर की रकम नहीं बताई गई पर ये मालूम हो गया कि ट्रांसफर फीस का नया रिकॉर्ड बना है- आईपीएल में किसी दूसरी टीम के खिलाड़ी के ट्रांसफर के लिए दी गई ये सबसे बड़ी रकम है। कार्तिक के बदले ऑलराउंडर आर सतीश किंग्स इलेवन में चले गए। ये ट्रांसफर एक टीम की जरूरत थी तो दूसरी टीम के लिए बिजनेस। कैसे?