Shantanu Sugwekar: पिछले कुछ दिनों में, क्रिकेट में कुछ ऐसी चर्चा हुई जिनमें बार-बार भारत के एक खिलाड़ी का जिक्र जुड़ा पर हैरानी की बात तो ये है कि उस खिलाड़ी की चर्चा तो दूर, शायद क्रिकेट प्रेमियों की मौजूदा बिरादरी ने तो वह नाम भी न सुना होगा। देखिए :
1. एक अनोखा रिकॉर्ड तब बना जब इस साल जनवरी में बेल्जियम में जन्मे जिम्बाब्वे के क्रिकेटर अंतुम नकवी (Antum Naqvi) ने जब अपना 8वां फर्स्ट क्लास मैच खेला (हरारे में माताबेलीलैंड टस्कर्स के विरुद्ध मिडवेस्ट राइनो के लिए)। उस मैच में बनाए 300* की बदौलत उनका करियर रिकॉर्ड 8 मैच में 715 रन,102.14 औसत था और ये 8 मैच के बाद सबसे बेहतर औसत में एक है। 7 बल्लेबाज का, 8 मैच के बाद औसत इससे भी बेहतर रहा है (इनमें टेस्ट क्रिकेटर बिल पोंसफोर्ड 113.33 और बाहर शाह 103.27 भी हैं) पर टॉप पर एक भारतीय खिलाड़ी है- शांतनु सुगवेकर (औसत 164.40) और इसमें 1989 में पुणे में मध्य प्रदेश के विरुद्ध महाराष्ट्र के लिए बनाए 299* शामिल हैं। ये ठीक है कि वे इन 8 मैच में जो 11 पारी खेले उनमें से 6 में नॉट-आउट रहे (जिससे औसत एकदम बढ़ गई) पर रिकॉर्ड तो है।
2. जब फर्स्ट क्लास क्रिकेट में रन का अंबार लगाने के बावजूद सरफराज खान को टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिल रहा था तो उनके फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बड़े औसत का जिक्र होता था। इस समय उनका बैटिंग औसत 68.53 है पर वे टेस्ट खेल चुके हैं। जो कभी टेस्ट नहीं खेले, उनमें सबसे बड़े टेस्ट औसत के रिकॉर्ड में भी हैरानी की बात है कि टॉप पर एक भारतीय क्रिकेटर है और ये और कोई नहीं, यही शांतनु सुगवेकर हैं- 85 मैच में 6563 रन, औसत: 63.10)।