भारतीय क्रिकेट में हर जनरेशन के दौरान ऐसे कई सुपरस्टार हुए हैं जिन्होंने सिर्फ़ रन ही नहीं बनाए, बल्कि अपनी लंबी और जुझारू पारियों से विपक्षी टीम के हौसले भी तोड़े। टेस्ट क्रिकेट में गेंदें खेलना केवल डिफेंस नहीं होता, बल्कि ये धैर्य, तकनीक और मानसिक ताकत का असली इम्तिहान भी होता है। हाल ही में चेतेश्वर पुजारा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। पुजारा को उनकी “दीवार जैसी बल्लेबाज़ी” के लिए हमेशा याद किया जाएगा। इसी मौके पर आज हम जानते हैं उन भारतीय बल्लेबाज़ों के बारे में जिन्होंने एक टेस्ट पारी में सबसे ज्यादा गेंदों का सामना किया है और इस लिस्ट में पुजारा का नाम भी शामिल है।
3. नवजोत सिंह सिद्धू – 491 गेंदों पर 201 रन (वेस्टइंडीज, 1997)
पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू शुरुआत से ही अपनी आक्रामक शैली के लिए मशहूर थे, लेकिन 1997 में उन्होंने जो पारी खेली उसने ये दिखाया कि सिद्धू के पास धैर्य वाला गेम भी है। सिद्धू ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन मेंं खेले गए मैच में 491 गेंदों का सामना करते हुए 201 रन बनाए जो एक टेस्ट पारी में गेंदों के मामले में आज भी टॉप-3 में आता है। इस पारी ने वेस्टइंडीज को थकाने का काम किया और भारत ने 436 रन बनाकर मैच पर पकड़ मजबूत की। भले ही ये मुकाबला ड्रॉ रहा, लेकिन सिद्धू की ये पारी आज भी उनकी सबसे यादगार पारियों में गिनी जाती है।
2. राहुल द्रविड़ – 495 गेंदों पर 270 रन (पाकिस्तान, 2004)
राहुल द्रविड़ को क्रिकेट फैंस 'द वॉल' के नाम से भी जानते हैं। द्रविड़ ने अपनी जनरेशन में नंबर तीन पर खेलते हुए कई यादगार पारियां खेली लेकिन 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ रावलपिंडी टेस्ट में उन्होंने 495 गेंदों तक खूंटा गाड़े एक छोर संभाले रखा और 270 रनों की मैराथन पारी खेली जिसमें 34 चौके भी शामिल रहे। उनकी इस पारी ने ही पाकिस्तान के खिलाफ 600 रन के विशाल स्कोर की नींव रखी। अंत में उनकी इस ऐतिहासिक पारी के चलते ही भारत को पारी और 131 रनों से बड़ी जीत मिल पाई। उन्हें इस धैर्यपूर्ण बल्लेबाज़ी के लिए मैन ऑफ द मैच भी मिला और उनकी ये पारी आज भी भारतीय टेस्ट इतिहास में दर्ज है और टेस्ट की एक पारी में सबसे ज्यादा गेंदें खेलने के मामले में भी वो दूसरे नंबर पर हैं।